INDIAN MEDICINE IN PAKISTAN, PAK PUBLIC SHOCKING REACTION ON INDIA AS WORLD PHARMACY, REAL TV
Published: Aug 25, 2024
Duration: 00:26:35
Category: Entertainment
Trending searches: as
हमारा खुद इंडिया से सपारी वगैरह आती है वो दुबई के राते अच्छा आपका आप खुद मंगवाते हैं नके दोस्त वगैरह मंगवाते हैं मेरा बेसिकली काम है झाड़ू का बनसी जालो वो कहां से मंगवा वो श्रीलंका से मंगवाते हैं या बांग्लादेश से आता है या इंडोनेशिया से आता है हम बात कुछ और करते हैं पब्लिक से लेकिन ऑफिशियल जाके कुछ और का रहे होते हैं हम कहते हैं इंडिया से हम एक रुप की ट्रेड नहीं करेंगे लेकिन वहां दुबई में 1.6 बिलियन डॉलर की ट्रेड कर रहे हैं ये तो वो है जो सिर्फ मेडिसन इनके पर्सनल रिलेशन होते है आपने देखा होगा कि जब ये इसकी जो है नवाज शरीफ पता नहीं आईडिया नहीं है शिवाज शरीफ की जो बेटी का जो शादी थी की बेटी जी जो मोदी था बगैर वीजे के बगैर किसी चीज के मतलब इधर पाकिस्तान में आया तो ऐसा कभी हो ही नहीं सकता कि कोई मतलब ऐसे गैर मुल्की शख्स बगैर वीजे के एंटर हो जाए नहीं लेकिन ऐसा भी नहीं हो सकता कि गैर मुल्की शख्स नहीं था वो गैर मुल्की प्राइम मिनिस्टर था हर चीज इंडिया से देखें दूसरे हमारी चीजें जो है जब भी पाकिस्तान में आती है दुबई में जाती है दुबई से इधर आती है तो इनको चाहिए डक्ट कर ले मेरे हार्ट पेशेंट है उनकी सिस्टिक जो है ना मेडिसन हमें मिलती नहीं है और हमें ब्लैक में लेनी पड़ती है एक अन पर बं है ना कोई मजूरी करता है उस डॉक्टर के पास नहीं जा सकता बीमार वो जाता है मुझे पन डाल दे वो पन डाल खा के हमारी कौमी मेडिसन है वो एक पन डाल खाई बहार उतर गया अब वो लेने जाता है वो 7 की मिल रही है एक गोली नहीं एक पत्ता एक पत्ता एक पत्ता जो पहले र का मिलता था मुझे भी हार्ट अटैक हुआ है ठीक है जी तो मैं जब भी जाता हूं ना किसी फार्मेसी प या मेडिकल स्टोर प जाता हूं मैं तो डिफरेंट रेट होते हैं और हर अपनाना ट अपना अपना रेट है कोई हज की दे पा दिन की कोई 1200 की देता है कोई 1500 की कोई 1800 देखि उधर बिजली मेरे ख्याल से ₹ यूनिट है होगी अब इधर 0 है है अब अगर कोई आलमी सतह पर कोई फैक्ट्री वगैरह कोई लगाने आएगा ना इन्वेस्टमेंट करने आएगा पाकिस्तान नहीं आएगा वो इंडिया जाएगा जिधर उसको सहूल मिल रही है उधर मजदूर भी मिल रहा है ठीक है लेबर मिल रही है सिक्योरिटी मिल रही है किसी किस्म का उसको खतरा नहीं है ये लोग पाकिस्तान में नहीं मिलते लेकिन बाहर के मालिको में आपस में सही मिलते हैं हमें बेवकूफ बनाया हु है जी तो दोस्तों मैं हूं सुहेब चौधरी और आप देख रहे हैं मेरा और आपका youtube1 टीवी आज इस टॉपिक में मैं वीडियो रिकॉर्ड करने जा रहा हूं वो खबर सुनके आप हैरान हो जाएंगे और पाकिस्तानी पब्लिक का रिएक्शन देख के आप परेशान हो जाएंगे खबर ये है कि गुज 5 साल में पाकिस्तान ने इंडिया से 1.6 बिलियन डॉलर की जो फार्मास्यूटिकल का रॉ मटेरियल है वो इंपोर्ट की है लेकिन वो डायरेक्ट इंडिया से पाकिस्तान नहीं आया वो इंडिया से यूएई यूएई से फिर पाकिस्तान में आया पाकिस्तान की पब्लिक अपने हल्ले कुल्ले में मसरूफ है पाकिस्तान की पबलिक चाहे जितनी महंगाई हो जितनी भी परेशानी हो हम यहां पे अपनी ही मसरूफियत में मसरूफ है जबकि हमारे हुक्मरान कश्मीर के नाम पे मजहब के नाम पे दो कंट्रीज के दरमियान नफरत बखर रहे हैं पब्लिक से पूछेंगे अगर वही मेडिसिन अगर वही रॉ मटेरियल अगर वही साल्ट हम डायरेक्ट इंडिया से लेते तो क्या हमें बहुत सी कीमतों में कमी नहीं देखने को मिल सकती थी और वही चीजें हमें आम पाकिस्तानी के लिए सस्ती प्रोवाइड कर सकते थे या नहीं कर सकते थे पब्लिक ओपिनियन आप तक पहुंचाएंगे जो मेरी पर्सनल ओपिनियन है वो भी मैं आपको बताऊंगा चलते हैं वीडियो की तरफ और मिलते हैं वीडियो के बाद अस्सलाम वालेकुम वालेकुम अलाम आपका नाम अहमद बलाल क्या करते हैं अहमद भाई मैं काम करता हूं बेसिकली ना इंपोर्ट एक्सपोर्ट का इंपोर्ट एक्सपोर्ट का सबसे पहले तो मुझे बताएं ये जो टैक्सेस में इजाफा हो गया तो इंपोर्ट एक्सपोर्ट का बिजनेस कैसा चल बात है ना आप देखें हमारा काम पहले माशाल्लाह एक अच्छा काम था लेकिन अब बहुत ज्यादा फर्क पड़ा है ठीक है अब आपके सामने हर चीज के रेट वगैरह भार रहे हैं ठीक है हमारे मजदूरों को बहुत ज्यादा मुश्किलात होती है वो मसे ज्यादा ओवर चार्जेस मांगते हैं हम नहीं दे सकते क्योंकि हमारे खुद पहले जैसे काम नहीं च रहे जैसे पहले चल रहे थे वैसे का सिस्टम हमारा वैसे नहीं है ठीक है आपने इंपोर्ट एक्सपोर्ट की बात की है तो ठीक है टॉपिक तो वैसे मेडिसन के हवाले से ओल लेकिन हम स्टार्ट यहीं से करते हैं कि पाकिस्तान ने 1.6 बिलियन डॉलर की सिर्फ मेडिसन फार्मास्यूटिकल की जो रॉ मटेरियल होता है ना जिसे साल्ट कहते हैं वो इंडिया से इंपोर्ट किया लेकिन वाया दुबई वाया यूएई पाकिस्तान ने डायरेक्ट नहीं किया क्या कहना चाहेंगे हम आप इंपोर्ट एक्सपोर्ट के बिजनेस करते हैं डायरेक्ट करते तो ज्यादा फायदा होता इंडिया से इंपोर्ट एक्सपोर्ट या फिर ये दुबई के थ्रू किया नहीं बेसिकली ना इंडिया से हम कोई भी चीज डरेक्ट इपोर्ट नहीं कर सकते क्या वजह वो हमारे रिलेशन नहीं है इनके साथ इंपोर्ट के ना ना हम एक्सपोर्ट कर सकते वो दुबई से ही आता है हमारा खुद इंडिया से सपारी वगैरह आती है वो दुबई के रा अा आपका आप खुद मंगवाते हैं नके दोस्त वगैरह मंगवाते हैं मेरा बेसिकली काम है डुगा बांसी गा वो श्रीलंका से मंगवाते है या बांग्लादेश से आता है या इंडोनेशिया से आता है वो डायरेक्ट आ जाता है ठीक है अच्छा आपने बोला कि भाई हमारे रिलेशन नहीं बेहतर जिसकी वजह से हम वाया दुबई मंगवाते हैं अगर रिलेशन बेहतर बहुत बेस्ट हो जाएगा हमारे लिए हर चीज सस्ती हो जाएगी इंडिया के साथ इंडिया के साथ ज्यादा फायदा है हमें ना इनको चाहिए कि आपस में जो दुश्मनी वगैरह है ये बिला वजह कीया ये खत्म की जाए हमारे बॉर्डर के रास्ते खोले जाए ये हमें बहुत फायदा होगा यहां पे आप वोटिंग करवा ले आप पाकिस्तानी से जो एजुकेटेड पाकिस्तानी होगा जो बिजनेसमैन होगा जो मतलब थोड़ा सा समहिता होगा पाकिस्तान की बेहतरी वो डेफिनेटली ये कहेगा कि भाई इपोर्ट खोलो रिलेशन बेहतर करो लेकिन जो जज्बाती होंगे वो कहेंगे नहीं जी नहीं पहले कश्मीर हम भूखे मार जाएंगे भूखे मार जाएंगे कश्मीर लेंगे ना तो कश्मीर ले पा रहे हैं और ना ही सा वो नहीं ये गलत बात है इनको चाहिए इनके आपस में रिलेशन जो है ना आवाम के ये आपस में दुरुस्त करने चाहिए जो भी इनका आपस में लेनदेन का मामला है ये कारोबारी मामला खोल चाहि ये खोलना चाहिए इनको ये नहीं बंद करना चाहिए जो कश्मीर का मामला है वो एक अलग मामला है वो बिला वजह मामला है उसकी को इतना वो एक बनाया गया अच्छा मुझे मुझे ये बता द कि क्या समझते हैं आप मेडिसिन की कीमत जो दिन बदन बढ़ रही है आपको नहीं लगता कि यह जुल्म है पाकिस्तानियों के ऊपर और मतलब यह देखें ना अब बिजली पहले क्या थी मह पाछ यूनिट था ल ₹10 लगा ले ₹ लगा ल अब 0 यूनिट है शायद इससे भी ऊपर है तो अब वो जाहिरी बात है जो पाकिस्तान में कंपनीज वगैरह काफी ज्यादा टेक्सल जो है वो जा रही है फैसलाबाद से सुनने में आ रहा है कि बहुत ज्यादा टेक्स टेक्सटाइल की जो इंडस्ट्री है जा रही है अब तो फार्मास्यूटिकल इंडस्ट्री के हवाले से भी खबरें आ रही है कि वो पाकिस्तान वाइ अपना बिजनेस वाइंड अप कर रहे हैं कर रहे हैं ऐसे जाहिरी बात है जब उनको बिजली महंगी टैक्सेस वगैरह हर चीज में उनको पकड़ना है तो ये उन्होंने जाना है जी थोड़ा सा इधर आ जाए ताकि आप फ्रेम में आ जाएंगे मुझे सबसे पहले बताए आपका नाम क्या है मेरा नाम हसन है हसन भाई क्या करते हैं आप मैं प्राइवेट काम जॉब करता हूं स्कूल ठीक है स्कूल में जॉब करते हैं टीचर है जी व क्या पढ़ाते हैं मैं बायोलॉजी पढ़ाता जबरदस्त हो गया साइंस पढ़ाते हैं फिर तो मतलब आपकी फील्ड या कह ले या फिर समझ ले कि उसके रेवेंट ही टॉपिक है ना मेडिसन की अगर बात करें मुझे बताए कितना जरूरी है इंसानियत के लिए मेडिसिन का सस्ता होना उससे एक हट के एक बात लेना एक अन पर बं है ना कोई मजू करता है उस वो डॉक्टर के पास नहीं जा सकता बीमार वो जाता है मुझे पैन डाल दे वो पता है पन डाल खावा के हमारी कौमी मेडिसिन है वो एक पन डाल खाई बहार उतर गया अब वो लेने जाता है वो 7 की मिल रही है एक गोली नहीं एक पत्ता एक पत्ता एक पत्ता जो पहले 10 का मिलता था ठीक है आप जहां से भी देख रहे हैं मुझे कमेंट बॉक्स में जरूर बताइएगा कि आपके वहां प पेनाडोल का एक जो पत्ता है वो कितने का मिलता है और एक मेडिसन एक टेबलेट कितने की मिलती है ये जरूर बताइएगा कुछ और कुछ मेडिकल स्टोर ब्लैक में दे रही है यानी कि वो कहते हैं है ही नहीं यानी एक पडल जैसी एक आम सी जो है वो कते है ही नहीं है ही नहीं इसकी वजह क्या समझते हैं आप इसकी यही वजह है कि एक तो कोऑर्डिनेशन नहीं है ऊपर ऊपर वाले लेवल पे हर बंदा अपना सोच रहा है गरीब का कोई भी नहीं सोच रहा इन्होंने बोला कि बिजली के रेट महंगे हो गए हैं पर यूनिट जो बिजली महंगी ग जिसकी वजह से मेडिसिन महंगी हो गई है ये सवाल नहीं बनता कि बिजली किसने महंगी की बिजली भी हुक्मरानों ने महंगी किया क्योंकि प्रॉफिट नहीं उनको मिल रहा उनकी अपनी कंपनीज है हमने सुना हु है कि वो जब आप देखें लास्ट ईयर में लोड शेडिंग यम होती थी वो होने लग जाती थी साथ सारी ठीक हो जाती अब इनकी अपनी कंपनी है बड़े लोगों की उनको पेमेंट मिलती है तो बिजली ठीक देते नहीं होा इंडिया से 1.6 बिलियन डॉलर की मेडिसन र मटेरियल कले आप फार्मास्यूटिकल का वो पहले दुबई गया यूई गया वहां से पाकिस्तान आया अगर डरेक्ट ले लेते तो फायदा नहीं था फायदा तो था लेकिन पाकिस्तान के साथ बनाना चाहता क्योंकि उदार इतना हमारे लिया हुआ है अब हमारे अपने जो म मालिक है जिस तरह अरब म मालिक है सदिया वोही हमारे साथ नहीं सही ये बड़ी बात की इन्होंने बोला है कि इस्लामिक कंट्रीज हमारे साथ इस टाइम जो वो रिलेशन नहीं बेहतर करना चाह रहे बिजनेस नहीं करना चाह रहे इंडिया को तो फिर हमने 76 साल 77 78 साल से दुश्मन बनाए क्या वजह है वो सऊदिया नहीं ठीक वो गलत है या हमारी कोई ना कोई गलती ठीक है देखें हर दफा उन्होंने मदद की है हमारी लेकिन बार-बार अगर आप किसी से मांगने जाए बार-बार तो जाहिरी बात है वो भी घबराए कि यार हर दफा आ जाते हैं ये ठीक है तो ज्यादा तो नहीं मांगना चाहिए इनको खुद चाहिए अपने तालुकात ठीक करें हम आवाम जो है इतना ज्यादा टैक्स दे रही है मैं ₹ हज इस महीने बिल अदा किया हैका कितना बिल आया 00 पिछले महीने 7 मैं कहता हूं आपको तो सलूट है आप 90 हज बिल दे देते हैं आप तो बड़े अमीर इंसान य यही पहले 121 हज आता था ठीक है और अब 90 हज आया अच्छा जैसे इन्होंने बोला बड़ी अच्छी बात की है कि भाई जब तक हम सऊदिया या जितने भी इस्लामी कंट्री जिन्हे हमने ब्रदर कंट्री बनाया शायद ब्रदर बनाया इसलिए कि मुश्किल वक्त में पैसे ले सके अभी भी हमारे जो फाइनेंस मिनिस्टर है उन्होंने सऊदी अरेबिया से रिक्वेस्ट की है कि हमें 1.5 बिलियन डॉलर जो वो दिए जाए हमारी हेल्प की जाए मैं ये सवाल पूछना चाहता हूं कि आखिर क्या वजह है ये दो तीन कंट्रीज है सऊदिया हो गया या कभी यूएई या कभी हम चाइना के पास जाते हैं यह भी अगर हमसे साइड प होगे हमारा क्या बचेगा यार यह अभी तो फिलहाल मुझे तो साइड प ही लग रहे हैं क्योंकि इनको उस हिसाब से इजाद नहीं मिल रही जो वाम के ऊपर इन्होंने इतना ज्यादा बोझ डाला हुआ है ठीक है और इंडिया जो जिनके साथ हम अलग हुए आजाद हुए 47 में आज वो वर्ल्ड फार्मेसी कलवा रहा है आज वो दुनिया के साथ अपने नेबर कंट्रीज को कर्जे दे रहा है आज वो बांग्लादेश को इलेक्ट्रिसिटी दे रहा है आज वो नेपाल हो गया भूटान हो गया मालदीव हो गया ऐसे कंट्रीज की हेल्प कर रहा है आज वो अफगानिस्तान की हेल्प कर रहा है इस्लामिक कंट्री मुस्लिम कंट्री कीन देखि उधर बिजली मेरे ख्याल से न यूनिट है ती चर होगी अब इधर 0 है ठीक है अब अगर कोई आलमी सतह प कोई फैक्ट्री वगैरह कोई लगाने आएगा ना इन्वेस्टमेंट करने आएगा पाकिस्तान नहीं आएगा वो किधर जाएगा इंडिया जिधर उसको सहूल मिल रही है उधर मजदूर भी मिल रहा है ठीक है लेबर मिल रही है सिक्योरिटी मिल रही है किसी किस्म का उसको खतरा नहीं है उसको हर चीज मिल रही है पेट्रोल भी सस्ता है किराए वगैरह भी जरी बात है सस्ते है ना उनकी कोई ड्यूटीज वगैरह इतनी ज्यादा है हम तो इधर ड्यूटीज दे दे के पागल हो तो उन्हो बकायदा तौर प जो इंटरनेशनल इन्वेस्टर्स हैं उनके लिए बहुत सी स्कीम्स बना रखी है और हमारे धरिया कोई इन्वेस्टर आता है हम कहते हैं पहले बताओ कितने पर हो गया ऐसा ही है ये चीज है मुझे बताए हमें सीखने की जरूरत है या नहीं या सिर्फ दुश्मन है दुश्मन है बात खतम नहीं सीखने की जरूरत है जाहिरी बात है आज वो दुनिया की व तीसरी बड़ी मेत है तीस पाच तीसरी वो चाहते हैं या कह रहे हैं कि हम जल्द बन जाए वो बन जाएंगे ना अच्छा जाहिरी बात है बनेंगे वो अच्छे तरीके के साथ चला रहे हैं अपने अपना सिस्टम जैसे हम मिली नगमा जो है वो अपलोड करते हैं हर साल और वो न्यू कोई नाना कोई चीज लजी ब इलेक्ट्रिक कार्स देखें उनकी बांध रही है ठीक है हमारी ट जैसी उनकी कितनी इलेक्ट्रिक कार्स है ठीक है हमारी इलेक्ट्रिक कार है ही क नहीं कोई है आप इलेक्ट्रिक कार की बात कर रहे हैं हमारी अपनी को मोटर बाइक बता दें कि यार ये पाकिस्तानी बनाई है लेकिन बहुत आई है 70 जै यूनाइटेड की आप शायद बात कर मेरे ख्याल में है लेकिन उसका रेट 00 था जब वो आई है 70 सीसी जी 70 सीसी ठीक है 2770 सीसी 00 रेट अब नहीं रेट पता तकरीबन पाछ माह पहले ठीक है अच्छा आपने बोला वो हम मिलीन में बनाते हैं कोई ना कोई ऐसा सॉन्ग 14 अग को ऐ खुद बताए ऐसे ही होता है ऐसे ही होता और कोई चीज हमें दी गई है ठीक है लेकिन वो उनका अक्सर देखने में आता है कभी चांद प पहुंच गए कभी खबर आती है पांचवी बड़ी इमी बन गए कभी खबर आती है इस कंट्री के साथ इतने बिलियन डॉलर की ट्रेड कर ली वो कैसे कर लेते हैं मार्केट बड़ी है आबादी ज्यादा है बस इस वजह से नहीं उस बारे में मैं नहीं कुछ कह सकता कहना नहीं चाहते नहीं नॉलेज नहीं है बारे में नॉलेज था वो आपको बता आप क्या कहना चाहेंगे वो अगर आगे जा रहे हैं डेवलपमेंट की तरफ जा रहे हैं क्या वजह है आबादी ज्यादा है एजुकेशन ज्यादा है अपने कंट्री से मोह ज्यादा है इंडिया वालों को या क्या वजह है यार उर एजुकेशन भी ज्यादा है और हुकूमत की सूत भी बहुत ज्यादा है जैसे टैक्सेस वगैरह इतने ज्यादा नहीं है अवाम एक आदमी को बोझ नहीं डाला जाता बहुत ज्यादा ठीक हालाकि आप सोचे वो एक बिल एक अरब 40 करोड़ की बाद है ऑलमोस्ट और हम सिर्फ 24 2 करोड़ वो उन्होंने कैसे मैनेज कर लि हमसे ये नहीं हो हमसे ये नहीं हो रहा ऐसे इनके पास खाने के लिए आटा नहीं है कभी आटे की स्कीम लेके आए ते हैं ये छोटी-छोटी चीजों के ऊपर स्कीम निकाली होती है चाहिए कश्मीर लेकिन खाने को आटा नहीं खाने को कुछ भी नहीं इनके पास ठीक हो गया चले आए जी मजीद किसी से बात करते हैं बहुत शुक्रिया बहुत शुक्रिया जनाब जी अस्सलाम वालेकुम वालेकुम सलाम आपका नाम सर मेरा नाम उस्मान अली और आपका नाम मेरा नामद अमीन आप ठीक है क्या करते हो उस्मान सर मैं स्टूडेंट यूजीसी टी लाहौर का और पढ़ इलेक्ट्रॉनिक्स डिपार्टमेंट मुझे सबसे पहले टॉपिक के हवाले से बताए मैं जो टॉपिक मेरा वीडियो रिकॉर्ड कर रहा हूं वो ये है पाकिस्तान में दिन बा दिन मेडिसन की कीमतें बढ़ रही है या कम हो रही है सर आय रोज कीमत बढ़ ही रही है पाकिस्तान में कोई ऐसी चीज नहीं जिसका सुना हो कि कीमत कम हो रही कीत ब एक डिस्प्रिन की गोली जो होती है उस टेबलेट होती है उसकी क्या कीमत है आपको आईडिया है अंदाज 10₹ या इसके राउंड आईडिया तो नहीं है लेकिन महंगी हो रही है मतलब एक बार चीज खरीदने जाते हैं ₹ की होती है एक महीने बाद या 15 दिन बाद खरीदने जाए वही चीज 10 कीया मह की बात डबल हो जाती है डबल हो जाती है अच्छा अभी खबर ये है जिसके ऊपर हम वीडियो रिकॉर्ड कर रहे हैं पा साल में इंडिया से जो पाकिस्तान में फार्मास्यूटिकल का रॉ मटेरियल आया है जिसे जो फार्मास्यूटिकल की जुबान में साल्ट कहा जाता है वो न पॉट 6 बिलियन डॉलर का यहां पर इंपोर्ट किया गया पाकिस्तान में लेकिन वो डायरेक्ट नहीं किया गया अफसोस ये है वो पहले यूएई गया यानी दुबई में या इस तरीके से और वहां से यहां प आया क्या वजह हम डायरेक्ट ले लेते पैसे भी बचते रिलेशन भी बेहतर होते सर आप देखिए ये तो है ना हमारी गवर्नमेंट को सोचना चाहिए कि डायरेक्ट रिलेशन र मतलब उनके साथ एक तो होने चाहिए और दूसरी बात है कि डायरेक्ट इनका रिलेशन होगा तो एक तो चीज हम अगर उसे मतलब इपोर्ट करते हैं तो हमारे एक तो जो हमारा खर्चा आता हैमी हा जी कीमतों में कमी आएगी जो हमें इतना जो है मतलब एक घमा फिरा के चीज लेकर आते हैं तो वो चीजें जो है ना हमें मतलब एक सस्ती प्राइस में मिल सकती है ठीक है तो इनमें मेन चीज यही है कि इनको मतलब घुमा फिरा के लाने का इनका मेन ये है कि अपनी जेब में भरने का नहीं या तो ऐसा किया जाए ना कि हां भाई ट्रेड बां इंडिया से ना मेडिसिन लेंगे ना कुछ लेंगे नो डाउट मेडिसन ट्रेड बंद भी हो तो ये जरूर लेनी चाहिए क्योंकि या तो आप खुद बना लो इस लाइक हो जाओ अदर वाइज इंसानों की जाने जाएंगी इनके ऊपर तो रहम किया जाए लेकिन दूसरे नंबर पे बात ये है हम बात कुछ और करते हैं पब्लिक से लेकिन ऑफिशियल जाके कुछ और का रहे होते हैं हम कैते हैं इंडिया से हम एक की ट्रेड नहीं करेंगे लेकिन वहां दुबई में 1.6 बिलियन डलर की ट्रेड कर रहे ये तो वो है जो सिर्फ मेडिसन में इसके अलावा और बहुत सी चीज है जी ऐसे ही है इनके अपने पर्सनल जो है ना मुफत उसकी बेस प ये अपने रिलेशन रखते हैं ये मुलक के लिए नहीं रखते कि इससे अगर हम मेडिसन ले गे तो हमारी फम को फायदा होगा या हमारे मुल्क को भी फायदा होगा इनके पर्सनल रिलेशन होते है आपने देखा होगा कि जब ये इसकी जो है नवाज शरीफ पता नहीं आईडिया नहीं है शबा शरीफ की जो बेटी का जो शादी थी नवा शरीफ बेटी की बेटी जी जो मोदी था बगैर वीजे के बगैर किसी चीज के मतलब इधर पाकिस्तान में आया तो ऐसा कभी हो ही नहीं सता स कोई मतलब ऐसे गैर मुल्की शख्स बगैर वीजे के एंटर हो जाए नहीं लेकिन ऐसा भी नहीं हो सकता कि गैर मुल्की शख्स नहीं था वो गैर मुल्की प्राइम मिनिस्टर था जिसका एक मतलब प्रोटोकॉल होता है जिसे इनवाइट किया गया होगा ऐसा नहीं है कि उनके प्राइम मिनिस्टर का दिल किया कि यार आज पाकिस्तान में कोई शादी का इवेंट हो रहा है तो जाए जरा शादी का इट आपने कोई खबर बताए एक भी खबर हो जो ऑफिली अपडेट हुई हो कि जो है हमने मोदी को इनवाइट किया है या उसको बुला रहे हैं कोई इस तरह का सीन नहीं था खबरों में बस ये पता चला है कि वो उनको इनवाइट किया उन्होने पर्सनल एज मतलब हमारा मुलक ऑफिश नहीं बस कॉल आ मतलब पर्सनल अपने तौर पे मतलब मुलक के हवाले से नहीं अग अगर देखा जाए ये पॉजिटिव गेस्चर नहीं है कि भाई ठीक है क्या मसला है आप क्या समझते हैं उनसे दुश्मनी की जाए या नफरत की जाए दुश्मनी नहीं की जाए ऑफिशियल वाम को भी पता हो ना हमारे रिलेशन किस तरह के है ऑफिशियल जो है खबरों पे या टीवी वगैरह प शो कराए कि हमारे रिलेशन ये है हम इनवाइट कर रहे हैं ये पर्सनल क्या मतलब टीवी प बता दें हम इंडिया जो सा दुश्मन कंट्री है वो हिंदू है लेकिन पर्सनली जो उनके साथ भाई ओपनली कहो कि नफरत खत्म करनी है रिलेशन ब करने और सिर्फ कहो नहीं प्रैक्टिकली कुछ ऐसा करो भी पर्सनल मदा के लिए बस रिलेशन रखते हैं मुलक के लिए सोचना कि मुलक के लिए हमने क्या करना है अगर ेड करनी है तो मुलक के लिए करें अपने मतलब कु चीज आपको पता है कि पाकिस्तान में बहुत सी ऐसी फार्मास्यूटिकल जो इंडस्ट्रीज है जो कंपनीज है वो वाइंड अप करके बाहर जा रही है अपने कंट्री से यानी पाकिस्तान को छोड़ के जा रही है जबक दूसरी साइड प इंडिया को वर्ल्ड फार्मेसी कहा जा रहा है यानी वो इतने अपने कंट्री में फार्मास्यूटिकल के ऊपर वर्क कर रहे हैं मेडिसन के ऊपर वर्क कर रहे हैं सर ये फार्मास्यूटिकल तो एक अलैदा चीज है ना आप ओवरऑल देख ले पाकिस्तान में बहुत बहुत सारी ऐसी इंडस्ट्री है व पाकिस्तान से बाहर जा रही है तो इसकी मेन रीजन ये है कि एक तो ये टैक्स बहुत ज्यादा लगा रहे हैं और दूसरी चीज जो इनको प्रोवाइड की जाती है इलेक्ट्रिसिटी और इस तरह की चीज वो बहुत महंगी है तो अब एक चीज वो तैयार करते है मतलब 50 की की एक मेडिसिन तैयार कर र है इंडिया इंडिया की नहीं पाकिस्तान की बात कर रहा मतलब एक इंडस्ट्री 50 की वो चीज तैयार करती है और सेल करती है 40 मतलब सपोज के 7 की मतलब सेल करती है उनको कितना प्रॉफिट मिल रहा है तो अगर उस प टैक्स वो लगा देंगे तो क्यों इर जी जी और इलेक्ट्रिसिटी इतनी महंगी है कि वो अपना जो काम कर ही नहीं सकते इधर तो फिर उन काम कर मेन चीज होती है काम करने की उनको प्रॉफिट मिले फायदा मिले ज उनको फायदा ही नहीं मिल रहा तो इधर काम ही क्यों करेंगे क्यों करेंगे आप कुछ कहना चाहेंगे इस हवाले से नहीं मेरी तो फिलहाल कोई ऐसी राय नहीं है चल ठीक हो गया आइए जी मजीद किसी से बात करते हैं बहुत शुक्रिया ब्रदर अच्छा लगा आपसे बात करथ अस्सलाम वालेकुम वालेकुम सलाम आपका नाम इजाज अली और आपका नाम मलक नवाज क्या करते हैं जाज भाई मैं बती का काम करता हूं जबरदस्त और आप क्या करते हैं मेरा सलोन है ठीक है ये बड़ी अच्छी बात है अा इसलिए दोनों बड़े खूबसूरत लग रहे हैं एक बती का काम करते हैं और एक का स्लोन है अच्छा टॉपिक पे आते हैं मुझे बताए सबसे पहले तो ये महंगाई तो पाकिस्तान में हो ही रही है लेकिन मेडिसिन ऐसी चीज है जिससे लोगों की जान बचती है वो भी दिन बादन महंगी हो रही है पाकिस्तान में बन नहीं रही और खबर ये है 1.6 बिलियन डॉलर की जो मेडिसिन पा साल में इंडिया से पाकिस्तान में आई है डायरेक्ट नहीं आई वो पहले यूएई फिर पाकिस्तान आई है क्या समझते हैं हम खुद क्यों नहीं बना पा रहे और इंडिया से डायरेक्ट अगर लेनी भी है तो डायरेक्ट क्यों नहीं ले रहे हो यही जाती है फिर वापस आती है तो यह हमारे हुक्मरानों को सोचना चाहिए ना इसके ऊपर तजा देनी चाहिए हमारे मुल्क में जो माफिया बैठे हुए हैं यही नहीं काम होने देते हमारे मुल्क में हर चीज मौजूद है क्या नहीं हमारे मुल्क में हर तरह का मौसम हम कहते मौजूद है बड़ा देखें हर तरह का मौसम भी है हर तरह का फल भी है हर एक टैलेंट के अलावा हर केमिकल्स पाकिस्तान में है जो हम बाहर इंपोर्ट करते हैं लेकिन वजह य हर चीज है पर डॉलर नहीं है हर चीज है लेकिन इंडस्ट्री नहीं है जि मेडिसिन बन सके हर चीज है लेकिन पाकिस्तान से शायद उतनी मोहब्बत नहीं है अपने कंट्री से उतनी सिंसेरिटी नहीं है ये भी एक इशू है ना दरअसल ये जो काम करते हैं ना मेडिसिन का इनकी कमश होती है ठीक है ये अपना इसलिए बायर से मंगवाते हैं कि इनको पैसे भेजते हैं इनको पता ये है ठीक है हम बाहर से भी मंगवा ले पहले नंबर पे तो सबसे पहले पाकिस्तान में बननी चाहिए लेकिन बहुत सी ऐसी ऐसी मेडिसिन होती है जो उस कंट्री में पाकिस्तान इवन इंडिया में भी शायद कुछ मेडिसिन ना बनती हो वो बाहर से इंपोर्ट करते हो लेकिन सवाल ये है मैंने ये बिल्कुल आप मैं एक कंट्री हूं साथ ये एक कंट्री है मैंने इधर से अगर मेडिसिन लेनी है मैं पहले जाऊं इधर इधर से फिर इधर से मेडिसिन लेके फिर वापस आऊंगा वो ज्यादा पैसे लगेंगे या डायरेक्ट ले लूंगा तो ज्यादा लेनी चाहिए बात ये हुकूमत को चाहिए ना देख इनको ये ना इनको चाहिए कि उनके साथ रिलेशन अच्छा रखना चाहिए ताकि डायरेक्टली बात करें उनसे इंसानियत ये क्योंकि इंसान तो है ना जार ल है हमारा मजहब लाग उनका लाग तो इस न कोई मतलब नहीं ना उसको तो कोई मसला ही नहीं है उनसे राबता करें उनसे डायरेक्टली बात करें तो वो जहरी बात है दूसरे मुल्क से जाके इस मुल्क में आनी है तो वो उसके जो है पैसे वो बचत हो जाए काम लगेगी अच्छा हमें इधर ये बताया जाता है दिखाया जाता है समझाया जाता है कि हिंदुस्तान से तो हम ट्रेड ही नहीं कर रहे उनसे तालुक बांध है कश्मीर की वजह से ये है वो है लेकिन मेडिसिन ले रहे हैं उनसे तलक हमारे जो लोग जो ये मिडल क्लास के लोग उनके बांध है जो बड़े लोग हैं उनके बांध नहीं तल कात हो सकते और कभी भी नहीं हो सकते क्योंकि वो मीटिंग में टेंड करते हैं आते जाते रहते हैं से मिलते हैं उनके रिलेशन होते हैं ये नहीं होता कि जो यहां का सदर है उसके सदर वो उनकी बात नहीं होती सब कुछ होता है जो तलत होते हैं हमारे जो होते हैं ना मिडल क्लास के लोगों के वही खत्म होती है लेकिन ये खत्म य ठीक होने चाहिए ना रिलेशन आपके ख्याल से कि आपको क्या लगता है कि इंडिया तो बस नफरत करते जाओ रिलेशन होनी चाहिए कोई भी बात हो वो टेबल प बैठ के हो सकती है तो कोई भी काम करना इनको चाहिए कि ये हर चीज इंडिया से देखें दूसरे हमारी चीजें जो है जब भी पाकिस्तान में आती है दुबई में जाती है दुबई से इधर आती है तो इनको चाहिए डक्ट कर ले अब मेडिसिन इतनी मुश्किल हो गई जान बचाने वाली लेने के लिए एक तो वो महंगी बहुत ज्यादा हो गई है एक वो ब्लैक में मिलती है मैं आपको बता दूं एक आम जो डिस्प्रिन की एक गोली पूरा पत्ता नहीं पूरा पैकेट नहीं एक गोली जो सी है ना वो तकरीबन ₹ ₹ की मिल रही है मेरे ब आट पेशेंट है ठीक है उनकी सिस्टिक जो है ना मेडिसिन हमें मिलती नहीं है और हमें ब्लैक में लेनी पड़ती है एवरेज एक हफ्ते की मेडिसिन हार्ट पेशेंट की कितनी हो कितने पैसों की हो जाती है हो जाती है तकरीबन कोई 2000 की तो हो जाती है ममू हां 2000 की मामूली है यानी कि देखि और यही अगर जो थोड़ा सीरियस कंडीशन में होगा पेश बहुत ज्यादा पैसे लगते हैं सीरियस कंडीशन में तो आप घर में मेडिसिन दे ही नहीं सकते वो तो हॉस्पिटल में जाएंगे खर्चे बढ़ जाएंगे वो फिर मेडिसिन लिख के देंगे हैवी वाली जो बहुत महंगी जो बाहर से ब्लैक से हमें लेनी पड़ती है और ज्यादा पैसे खर्च करने लास्ट में मुझे बता द रिलेशन कैसे बेहतर हो सकते हैं कैसे हम ये दुश्मनी य जी मेरा मजहब ये है उसका मजहब वो है ये इंसानियत का तो कोई मजहब नहीं मेडिसन का तो कोई मजब नहीं बात यह है कि हमारे इस्लाम में जो है ना यह कोई भी इंसान है उसकी रिस्पेक्ट करते हैं ठीक है के रिस्पेक्ट करने से ये होता है कि अगले बंदे के दिल में इज्जत खुद ब खुद बनती है जब इज्जत बनती है तो वो खुद ब खुद खींचा आता है ठीक है ऐसे ही है देखिए कोई ना कोई हमारे इधर से सियासत दन कोई बात एमएन एमएम एमपी ऐसी बात कर देते हैं उधर से वो कर देते हैं हुकूम लेवल प कुछ भी नहीं है ना उनकी कोई बात हो रही है ना उनकी कोई अभी तक दुश्मनी चल रमन कोई फर्क नहीं पड़ता किसी किस्म का नहीं पड़ता क्योंकि उनके पास पप पैसा है लेकिन जो हम जैसे लोग उनके पास तो उन्होंने तो मजदूरी कर के ही कु सब कुछ करना है ना तो जरी बात है जिसकी रोटी नहीं बनती तो वो क्या करेगा ये लोग पाकिस्तान में नहीं मिलते हैं लेकिन बाहर के मालिकों में आपस में सही मिलते हैं हमें बेवकूफ बनाया हुआ है हमें हर चीजें महंगी मिलनी है मेडिसिन भी इंतहा महंगी है है लोगों के लिए इन्होंने जो य क सब कुछ ये इन्होने पीपल्स पार्टी ने और नली ने एक ही तीरा बनाया हुआ है हम इमरान खान या उनसे कुछ नहीं लेना देना जो भी आए मुल्क में वो मेडिसिन सस्ती करें खाना पीना तो उससे गजारा हो जाता ठीक हैरी कोई भी कोई भी होहे जो हमारी बे के लिए अच्छा है ना वो ये चीज है बड़ा अच्छा लगा जी बात करके जी अस्सलाम वालेकुम जी वालेकुम सलाम आपका नाम अब्बास क्या करते हैं अब्बास भाई मैं डांस कोरियोग्राफर हू ओ जबरदस्त हो गया अच्छा मैं जाहिरी बात है पब्लिक में नहीं तो मैं ये कहता कि जरा एक दो स्टेप करके दिखाइएगा अगर कहीं आपके ऑफिस में या कहीं होते तो जरूर आपसे रिक्वेस्ट करते आप दिखाए क्योंकि आर्ट है एक और ये बहुत बड़ा एक मतलब अच्छा टॉपिक जिस बात कर रहे हैं पाकिस्तान में मेडिसिन की कीमत दिन ब दिन बढ़ रही है क्या कहना चाहेंगे यार मुझे भी हार्ट अटैक हुआ है ठीक है जी तो मैं जब भी जाता हूं ना किसी फार्मेसी प या मेडिकल स्टोर प जाता हूं मैं तो डिफरेंट रेट होते हैं और अपना रे अपना अपना रे कोई हज की मेडिसिन देता है पा दिन की कोई 1200 की देता है कोई 1500 की कोई 1800 कीी मुझे समझ नहीं आल का मरीज है उसके दिन की एवरेज पाकिस्तान में जो थोड़ा सीरियस कंडीशन में हो तो उसकी कितनी दिन की कितने पैसों की मेडिसिन लग जाती है अभी तक मेरी जो है वो मैक्सिमम है 50 00 की है ठीक है यानी तीज एक हफ्ते का लग जाता है वो मैक्सिमम 000 तो पके है अच्छा अगर हम देखें अभी खबर ये आई है कि 1.6 बिलियन डॉलर की जो मेडिसन है फार्मास्यूटिकल का रॉ मटेरियल है वो इंडिया से हमने इंपोर्ट किया लेकिन डायरेक्ट नहीं किया वो पहले यूएई गया यूएई से पाकिस्तान आया डायरेक्ट ले लेते तो आपको नहीं लगता कीमत थोड़ी कम होती है और पब्लिक को रिलीफ मिलता मुझे तो लगता है कि ये हमारी गवर्नमेंट जो है ना उनको समझ नहीं आती ठीक है ना ये तो किसी ने पूछना तो एक मरीज है मतलब अगर ये इन्हें कोई मसला इनसे पूछे वो अच्छा आप मरीज और आपसे बोले इंडिया हिंदू कंट्री है हिंदुस्तान है उनसे मेडिसिन नहीं लेनी चाहिए आप क्या आगे से मुझे जवाब देंगे नहीं नहीं यार मेडिसिन है वो तो देनी चाहिए जहां से चाहिए उसका तो कोई मजब नहीं है बिल्कुल ऐसे ही है उसका तो कोई मजब नहीं और लेकिन पाकिस्तान की अगर हम बात करें यहां पे सिचुएशन ऐसी है कि हमारी आम पब्लिक जो सी है वो यहां पे अपने ही परेशानियों में अपनी मसरूफियत में मसरूफ है ये नहीं पता कि गवर्नमेंट के ऊपर प्रेशर डाला जाए कि यार देखि लीव दिया जाए पब्लिक को जरूरी है भ ये जरूरी है लीव भी जरूरी है और प्रेशर भी जरूरी है लेकिन उनके तो सर से वोते जगन की जू भी नहीं करती है उनको परवाह ही नहीं है किसी की अपनी पड़ी ई उनको ठीक है ना भाई उनको ना किसी किसी के बारे में है ही नहीं चले जाए आप किसी भी जगह प चले जाए दौड़ अपनी अपनी है अपनी गवर्नमेंट हॉस्पिटल है चाहे प्रा जो मर्जी चले जाए जहा मर्जी सुनते ही नहीं है बात ही नहीं सुनते हैं य तो आपका को जानने वाला है तो वो बात सुनेगा आपकी आपको मेडिसिन भी मिल जाएगी वरना पड़े हुए हैं और पाकिस्तान से बकायदा तौर प कंपनीज वाइंड अप करके जो फार्मास्यूटिकल कंपनीज है वो यहां से वाइंड अप करके जा रही है कि हम यहां बिजनेस नहीं कर सोचना चाहिए ना कि क्यों ऐसे हो रहा है इनकी इनको अपनी बारे में कम जेबे थोड़ी कम करनी चाहिए और लोगों को ख्याल ज्यादा करली देना चाहिए बिल्कुल जी अच्छा लगा इनसे बात करके और मैं दुआ करूंगा कि आप जल्द सेहत याप हो आपको मतलब सस्ती मेडिसिन भी मिले और आपकी हेल्थ भी बेहतर हो और यहीं पे वीडियो को वाइंड अप करते हैं मैं अपनी ओपिनियन अगर दूं तो मैं यही कहना चाहूंगा कि भाई देखें ना तो मेडिसन का कोई मजहब है ना ही डॉक्टर का मजहब है और ना ही इसी तरीके से अगर हम बात करें कि भाई अगर किसी इंसान की जान बचानी हो तो लेट्स सपोज आपकी जान को कोई मसला हो खतरा हो तो मैं पहले पूछूंगा भाई हिंदू हो कि मुस्लिम हो मुझे बताओ ताकि अगर हिंदू हो मैं नहीं बचा ये तो पूछना बनता ही नहीं है इंसान तो इंसानियत है वो सबसे पहले तो ये चीज हमारे पॉलिटिशियन को सोचनी चाहिए सबसे पहले तो हर चीज में ट्रेड ओपन करनी चाहिए लेकिन एटलीस्ट मेडिसन जो क्रिश्चन लोग है और यहां पे हिंदू लोग हैं और जो इनको जट बोलते हैं सिख कहते वो भी यहां लेकिन पहले यह तो नहीं पूछा जाता कि आप कौन हो तो आपका लाज करना शुरू करें क्या आप मुसलमान कोई भी हो जैसा समना मतलब लाज करना कोई हो मुझे बड़ा अच्छा लगा इनसे बात करके लेन हकूमत को चाहिए हमारी रिक्वेस्ट है प्लीज प्लीज हुकूमत जो भी हो हमें किसी से कोई सरोकार नहीं है जो भी आए उस फर्ज बन जाता है उस फर्ज बन जाता है अपने अपने मुलक का ख्याल करें चाहे वो मेडिसन हो चाहे वो कुछ भी हो खाने पने की थ जबरदस्त यहीं पे वीडियो को वाइंड अप करते हैं आपको ये वीडियो भाई की बातें कैसी लगी कमेंट बॉक्स में जरूर बताइएगा मिलते हैं नेक्स्ट वीडियो में तब तक के लिए पीस आउट अल्लाह हाफिज