AFG vs NZ: Afghanistan vow 'never to come back' to Greater Noida as stadium a 'mess';!

Published: Sep 09, 2024 Duration: 00:06:09 Category: Sports

Tags : AFGVSNZ
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आखिर ऐसा क्या हुआ कि इंडिया को अपना सेकंड होम बताने वाली अफगानिस्तान टीम ने यह कह दिया कि अब हम यहां कभी नहीं आएंगे जी हां अफगानिस्तान जो फिलहाल न्यूजीलैंड के साथ एक टेस्ट मैच की तैयारी में जुड़ा था जिसका आज दूसरा दिन है व कंडीशंस को देखते हुए वह मैनेजमेंट को देखते हुए यह कहता है कि हम आज के बाद ग्रेटर नोएडा कभी भी नहीं आएंगे दो दिन हो चुके हैं ग्रेटर नोएडा में मैच शुरू नहीं हो पा रहा है और रीजन क्या है वेट आउट फील्ड अब आप वेट आउट फील्ड करके सोच रहे होंगे कि यार बारिश हुई होगी काफी और बारिश होने की वजह से मैच नहीं हो पा रहा और ये बहुत आम बात है क्रिकेट कोई इनडोर गेम तो है नहीं आउटडोर गेम है बारिश होती है तो हैपर होता है लेकिन आपको बता दूं कि पिछले दो दिन में बारिश की एक बूंद भी नहीं गिरी है अब बारिश की जब बूंद नहीं गिरी तो बारिश कहां से आई पानी कहां से आया आउटफील्ड वेट कैसे हुई बारिश कुछ दिन पहले हुई थी कुछ दिन पहले बारिश हुई थी और कोई ड्रेनेज सिस्टम नहीं है वहां के मैदानों को इस तरह से सुखाया जा रहा है जैसे आपका यू नो छत गीला हो गया हो पंखे लगा कर के सुखाया जा रहा है धूप निकली हुई है लेकिन उसके बावजूद वो आउटफील्ड सूखने को नहीं मान रही और जब आउटफील्ड नहीं सूखी तो ग्राउंड स्टाफ ने दिमाग लगाया उन्होंने क्या करा कि ग्राउंड के बाहर का जो एरिया जहां पर प्रैक्टिस मैचेस होते हैं जहां पर प्रैक्टिस होती है वहां से घास को काट करके उठा कर के उस जगह पर लाकर रखने की कोशिश की गई जहां पर वेट आउट फीड था आपने सोचा कि इस पूरे पोर्शन को काटते हैं यहां से उठाते हैं और ले जाक कहीं और रख देते हैं और जो ड्राई है उसको लगा के ऊपर रख देते हैं ऊपर का तो ड्राई दिखेगा कम से कम लेकिन वहां भी बात नहीं बनी आपने मिट्टी डालने की कोशिश करी बहुत सारी कोशिश कर ली आपने पोर्टेबल फैन लाया उसको लाकर के सुखाने की कोशिश कर दी लेकिन वो नहीं सूखा और शायद इसी वजह से अफगानिस्तान जो कि काफी एक्साइटेड था आपको हर दिन न्यूजीलैंड से खेलने का मौका नहीं मिलता है हाल फिलहाल में आप टेस्ट नेशन बने हो और आपके लिए एक-एक सिंगल टेस्ट मैच बहुत ज्यादा मायने रखता है हां माना कि ये टेस्ट मैच जो है वो डब्लूटीसी के लिस्ट में नहीं आता ये डब्लूटीसी के अंदर नहीं आता है लेकिन फिर भी ये एक इंटरनेशनल टेस्ट मैच है आईसीसी ने इस पर्टिकुलर ग्राउंड को 2016 में हरी झं दिखा दी थी कि भाई यह मैदान बिल्कुल सही है यहां मैचेस हो सकते हैं और उसके बाद यहां ओडीआई और टी20 हुए भी हैं टेस्ट नहीं हुआ था 2016 से 2020 के बीच में ओडीआई भी खेला गया है टी20 भी खेला गया और खुद अफगानिस्तान ने खेला और शायद इसी वजह से अफगानिस्तान ने कहा कि जब हम लास्ट टाइम इस मैदान में आए थे और जब हम इस बार आए हैं कोई डिफरेंस नहीं है हालत जो है वो बद से बदतर है इस ग्राउंड की फिलहाल इस ग्राउंड में सिर्फ कॉर्पोरेट कॉर्पोरेट के मैचेस होते हैं और कोई दूसरा मैच नहीं होता है और अफगानिस्तान क्रिकेट टीम जब यहां पहुंची ये सोच करके कि जी हम दो-तीन साल बाद जा रहे हैं यू नो और बेहतर कंडीशन होगी और शायद खेलने में मजा आएगा लेकिन कुछ भी नहीं ना मीडिया बॉक्स में कुछ बेहतर था नॉर्मल से टेंट लगे हुए हैं ऐसा लग रहा है जैसे रणजी के मैचेस इनफैक्ट रणजी के मैचेस में भी काफी बेहतर कंडीशन होती है और इस वजह से वो कह रहे हैं कि जी बहुत जबरदस्त मतलब मेस है कुछ भी यहां पर ऑर्डर में नहीं है फैसिलिटी बिल्कुल जीरो है और हम बहुत ज्यादा अनहैप्पी हैं और चाहे मैनेजमेंट की बात बात करें चाहे खिलाड़ी की बात करें सब कंसर्न है वो कह रहे हैं कि यार इस तरह से थोड़ी होता है मतलब आप पहले ही हमसे कह देते कि नहीं हो सकता और जाहिर सी बात है जब बीसीसीआई से मदद मांगी गई थी बीसीसीआई खूब आगे बढ़ कर के उन्होंने मदद की बात करी कि हां जी बिल्कुल क्यों नहीं मतलब आइए आप हमारे यहां खेलिए हम आपको ऐसा मैदान देंगे जहां हमारे यहां सिर्फ कॉर्पोरेट मैचेस होते हैं हम आपको ऐसा मैदान देंगे जहां हम लिस्ट क्रिकेट भी नहीं कराते हैं जहां रणजीत दुलीप कुछ नहीं होता है जहां सिर्फ कॉर्पोरेट वाले मैचेस होते हैं और कॉर्पोरेट मैचेस में आपको पता है कि थोड़े बहुत गीलापन चल जाता है थोड़ा बहुत 1920 करके बाउंड्रीज चल जाती है लेकिन इंटरनेशनल मैचेस में नहीं चलता है तो यस यहां पर एक बहुत बड़ा ड्रॉबैक दिखा हमें और इस पर आवाज उठनी बहुत जरूरी है आप सोशल मीडिया पर जाएंगे तो आपको फोटोज यहां तक दिख जाएंगी कि वॉशरूम के टैप वाटर से बर्तन धोया जा रहा है अब वो कैसा बर्तन है क्या है क्या नहीं है इस पर कोई डिटेल फिलहाल नहीं है लेकिन फोटोज ऐसी आ रही है जहां पर ये दिख रहा है कि वॉशरूम के टैप वाटर से यहां पर बर्तन धोले जा रहे हैं आप अफगानिस्तान जब न्यूजीलैंड जैसी टीम को बुलाती है तो जाहिर सी बात है अफगानिस्तान के अंदर भी कंप्लेन होगी लेकिन वो कंप्लेन तो अफगानिस्तान सॉरी न्यूजीलैंड के अंदर भी कंप्लेन होगी लेकिन वो कंप्लेन तो अफगानिस्तान से करेंगे कि भैया आपने हमें बुलाया यह आपका होम ग्राउंड है लेकिन अफगानिस्तान किससे कंप्लेन करे और शायद इसी वजह से इन्हीं हालात को देखते हुए अफगानिस्तान ने कहा कि अब हम यहां तो खैर नहीं आएंगे हां हम लखनऊ का जरूर सोचेंगे लेकिन यहां नहीं आएंगे आपको बता दूं कि तीन ऑप्शंस दिए गए थे लखनऊ देहरादून और अफगानिस्तान और ये ग्रेटर नोएडा लेकिन फर्क सिर्फ ये आया कि लखनऊ में फिलहाल यूपी t-20 चल रहा है तो वो ग्राउंड बिजी है देहरादून में भी एक लीग चल रही है वहां भी वो ग्राउंड बिजी है तो बच गया अफगानिस्तान का ग्राउंड तो तीन में से आपके पास एक ही ऑप्शन बचा एंड दिस वाज द ओनली ऑप्शन आपने ये ऑप्शन चूज करा और ये ऑप्शन किसी भी लायक नहीं था खैर इंटरनेशनल मैच कराने के लायक तो बिल्कुल भी नहीं था इस वजह से काफी ज्यादा क्रिटिसिज्म हो रही है और काफी ज्यादा सवाल उठ रहे हैं कि आखिर बीसीसीआई ने अफगानिस्तान को इस तरह का मैदान क्यों दिया ये जानते हुए कि वहां पर इंटरनेशनल मैचेस नहीं हो होते हैं यह जानते हुए कि यह मैदान फिलहाल उस तरह के मैचेस कराने के कैपेबल नहीं है और अब अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड का मैच दो दिन तो दोनों दिन रत हो गया है तीसरे दिन वेदर में बारिश है पहले दो दिन बारिश नहीं हुई तो मैच नहीं हुआ कि जी वेट आउटफील्ड अब आप समझ जाइए कि अगर बारिश तीसरे दिन हो जाती है तो फिर क्या ही होगा मोस्ट प्रोबेबली ये मैच अब एंडन ही होगा लेकिन यह बहुत सीरियस कंसर्न रेज करता है क्योंकि कुछ टाइम पहले आप यह भी कह रहे थे कि नेपाल जब आएगा तो हम उनको अफगानिस्तान वाला हम उनको ग्रेटरनोएडा वाला ग्राउंड वहीं जहां अफगानिस्तान खेला करता था लेकिन अब शायद नेपाल भी दो बार सोचेगा कि यार अगर ग्रेटर नोएडा मिलेगा इससे अच्छा हम अपने टीयू ग्राउंड में खेल ले इससे अच्छा है हम कहीं और खेल ले क्योंकि वहां जाकर के और खास करके मानसून जैसे सीजन में जहां पर बारिश अगर एक दिन हो गई तो अगला एक हफ्ता वो मैच और वो ग्राउंड जो है वो पूरा पानी में ही लोत पोत रहेगा तो खैर ये कंसर्निंग बहुत ज्यादा है और सिर्फ अफगानिस्तान के लिए नहीं नेपाल के लिए नहीं बल्कि बीसीसीआई के लिए भी क्योंकि आप किसी भी टीम को अगर बुलाते हो और कुछ ऐसा प्रेजेंट करते हो तो एटलीस्ट वो वो अतिथि देवो भवा को प्रूव नहीं करता है खैर आप इसको किस तरह से देखते हैं मुझे कमेंट सेक्शन में जरूर बताएं वीडियो अगर पसंद आई हो तो इसे लाइक और शेयर जरूर करें

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