वेल आफ्टर द ओलिंपिका यस्टरडे इन पेरिस नाउ एज द होप रन हाई इंडिया हैज सेंट इट्स कंटिजेंट ऑफ 84 एथलीट्स इट हैज टू बी नोटे हियर दैट इंडिया वन 19 मेडल्स इन द लास्ट पैरालिटिक इंडियन एथलीट्स आर होपिटल पास द प्रीवियस मेडल टैली हियर्स द एक्सक्लूसिव इंटरेक्शन विद सम ऑफ आवर पैरालिसिस चौथा पैरालिसिस जैसा मैंने कहा आई थिंक सबसे ज्यादा एक्सपीरियंस के साथ जो है आप पैरालिसिस जा रहे हैं बिल्कुल करिश्मा देखिए ये मेरा फोर्थ पैरा ओलंपिक है और मैं हर जगह मेडल जीतता हूं हार्ड लक में पैरा ओलंपिक में मेडल नहीं जीत पाया हूं और इस बार मेरी कोशिश फिर से वही है कि मैं अपना बेस्ट दूं अगर मैं अपना बेस्ट कर पाया तो हम पोडियम प होंगे इस बार मैं वही पूछने वाली थी कि यही एक मेडल है जो शायद आपके कैबिनेट से मिसिंग है तो एक जो आपकी एक डेडिकेशन है ओलिंपिक पैरालंपिक मेडल जीतने की वो कहीं ना कहीं दिखती है कि आप चौथी बार भी एकदम पूरी तैयारी के साथ जा रहे हैं देखिए मैं तो मेहनत कर रहा हूं साथ में मेरी पूरी टीम लगी हुई है और उसी की वजह से शायद हम लोग इतना लंबा करियर खेल पा रहे हैं कि इतनी बड़ी डिसेबिलिटी के साथ आप चार-चार पैरालंपिक गेम्स में जा रहे हैं एशियन गेम के सबसे सफल एथलीट रहे हैं पांच-पांच एशियन मेडल है मेरे तो मैं यही कोशिश करूंगा कि इस बार हम पोडियम फिनिश करें और साथ ही मैं अकेला ही नहीं मेरी टीम से रिंकू भी जा रहा है और खुद धर्मवीर को जिसको मैंने ट्रेन किया है हम दोनों ही आपस में वहां कंपट करेंगे और उम्मीद है कि हम सब लोग अच्छा परफॉर्म करें और कंट्री के लिए मेडल जी सर पहला पैरालंपिक्स किस तरीके के एक्साइटमेंट है किस तरीके से देख रहे हैं ये पूरे टूर्नामेंट को एक हाईएस्ट पिनेकल कहा जाता है ओलंपिक और पैरालंपिक स्पोर्ट्स में जी मैम देखो मैम मेरा फर्स्ट ओलंपिक है ये और हर खिलाड़ी का एक बनाव है भाई ओलंपिक खेलने का और मुझे बहुत प्राउड फील हो रहा है हम अपने देश के लिए फर्स्ट टाइम ओलंपिक पेरिस ओलंपिक में जा रहा हूं तो मैम अच्छा बेस्ट परफॉर्मेंस करेंगे हो सके तो अपने देश के लिए मेडल भी लेके आएंगे और कितना मुश्किल रहा है आपके लिए यह सफर पैरालंपिक्स तक पहुंचने का और अपने देश को रिप्रेजेंट करने का जी मैम बिल्कुल 10 12 साल का संघर्ष लगा है यहां तक पहुंचने में तो बहुत हार्ड वर्क उसमें साथ में इंजरी भी आई है बहुत सारी चीजों का सामना करके यहां तक पहुंचे हैं क्या क्या चीजों का सामना मैम 20 में न ग में मेरी हड्डी टूट गई थी हाथ की उसको न साल रिकवरी करने में लगे फिर दोबारा से प्रैक्टिस की फिर इंटरनेशनल में तब अपना बेस्ट परफॉर्मेंस देक अपने देश के लिए मेडल जीते तोब फिर एन में भी मेडल जीते और अभी पेरिस के लिए रवाना हो रही है और हमें बताया गया है कि पूरे कंटिजेंट का एक इंटरेक्शन प्राइम मिनिस्टर के साथ भी हुआ था तो आपका तो पहला था तो आप बताइए आपकी क्याक बात-बात हुई थी और कितना यादगार था वो इंटरेक्शन आपके लिए जी मैम बिल्कुल बहुत खुशी की बात है हमने जब पीएम सर के साथ अपनी बात रखी और उनकी बात सुनी एक अंदर से मोटिवेशन बहुत अच्छा लगा एक जनून हमारे जज बाल ब अंदर से ही तब हमारे प्राइम मिनिस्टर जब हमें बोलते हैं कि भाई अपने देश के लिए जाओ और अपने देश के लिए मडल लेके आओ तो बात करते हैं तो हमें बहुत खुशी होती है और देश की जनता के लिए कोई मैसेज काफी सपोर्ट में रहे हैं वो ओलंपिक्स में भी और एक कह सकते हैं कि भारत के लिए जो ये साल है वो बहुत अच्छा रहा है खेलों में चाहे वो फिर टी-20 वर्ल्ड कप की विन हो या फिर ओलंपिक में जो छह मेडल आए हैं और अब पैरालंपिक से उम्मीद की जा रही है कि टोक्यो का भी जो रिकॉर्ड है वो तोड़ देंगे और 19 मेडल से ज्यादा लेकर आएंगे हां जी बिल्कुल मैम अच्छा बेस्ट परफॉर्मेंस करंगे अबकी बार और अपना हो सके तो अपना पिछला रिकॉर्ड है पैरालंपिक का व तोड़ के आएंगे और आपके मोटिवेशन कौन रहे हैं अशोक जी या आइडल अगर आप किसी को मानते हैं देखो अपना आइडल हम खुद को ही मानते हैं इतना संघर्षों का सामना करके हम बिल्कुल आगे बढ़ते हैं तो हम तो खुद से ही आडिल है अपने वर आपके पास भी काफी एक्सपीरियंस है अब पैरालंपिक्स में खेलने का हाईएस्ट लेवल पर खेलने का पेरिस कितनी तैयारी के साथ आप जा रहे हैं मैम देखो हर एक प्लेयर अपनी पूरी जान जोक देता है और ओलंपिक तो सबसे बड़े गेम है भाई हर एक खिलाड़ी का सपना होता है ओलंपिक में एक मेडल हो तो अपनी तरफ से पूरा एफर्ट लगाया है और तैयारी भी बहुत अच्छी बाकी दिन के ऊपर है जैसा भी होगा और पैरालंपिक मेडल के क्या मायने होंगे आपके लिए हमने ओलंपिक्स में भी पूछा था खिलाड़ियों से कि देश के लिए खेलना देश का झंडा ऊपर जाते हुए देखना क्या फीलिंग होती है वो मैं शब्दों में तो देखो बया नहीं हो सकती वो बातें क्योंकि एक जब पोडियम फिनिश होता है और अपने कंट्री का झंडा जाता ऊपर जाता है तो एक अलग की फलिंग होती है और पूरे कंटिजेंट के लिए क्या कहेंगे सबसे बड़ा कंटिजेंट इस बार का जा रहा है काफी ज्यादा मेडल्स की उम्मीद भी की जा रही है ऐसे कह रहे हैं कि सबसे ज्यादा मेडल्स भी इस बार आएंगे गोल्ड मेडल भी हमें देखने को मिलेंगे देखिए उम्मीदें तो बहुत अच्छी है [प्रशंसा] [संगीत] और लग तो यही रहा कि भाई मतलब पीछे का सारा रिकॉर्ड टूट जाएगा और कर्मवीर भारत की जनता के लिए कोई स्पेशल मैसेज देना चाहेंगे हमने देखा था वो हमारी ओलंपिक टीम को बहुत अच्छे से सपोर्ट कर रहे थे आप लोगों को भी करेंगे अगर कोई स्पेशल मैसेज देना चाहे मैं यही मैसेज करूंगा कि भाई अपनी कंट्री के लिए और हम जो प्लेयर जा रहे हैं हमारे लिए दुआ करो क्योंकि इतनी वहां पर मेहनत काम आती है और इतनी किस्मत चलती है अब मेडल कलर चेंज करने की बारी आ चुकी है हां जरूर इस बार मेडल कलर चेंज करना है काफी टाइम से जिंदगी सिल्वर पे ही अटकी पड़ी है तो इस बार तो कुछ भी हो जाए करना ही है बस कुछ तो करूंगा अच्छा कुछ तो करोगे अच्छा तैयारी कैसी रही है पेरिस पैरालंपिक्स के लिए किस तरीके से टोक्यो के बाद आपने अपने आप को इंप्रूव किया है और कैसे अपने आप को देख रहे हो इस वक्त अ जैसे टोक्यो पैरालंपिक्स में जब खेलने गया था उस टाइम भी इतनी मैच्योरिटी नहीं थी गेम की इतनी समझ नहीं थी मेरा मतलब मुझे पा साल ही हुए थे उस टाइम पे और अब जब मैं इस बार जा रहा हूं तो पूरा कॉन्फिडेंट जा रहा हूं और काफी मैच्योरिटी आ गई है पहले से और काफी चीजों पे इस बार वर्क कर रहा है टेक्नीक पे लेके न्यूट्रिशन को लेके फिजियोथेरेपी रिकवरी मेंटल ट्रेनिंग तो हर एक प्रोस्पेक्ट पे फोकस करा और पूरा प्रोसेस पे फोकस करा है सिर्फ एंड रिजल्ट पे फोकस नहीं करा तो इस बार अपना 100% करूंगा वहां पर युगेश मैंने आपसे पहले भी बात की है और आपने ना बार-बार एक चीज पे एमफसा इज किया है वो है मेंटल स्ट्रेंथ मेंटल फिटनेस तो कितना इंपॉर्टेंट रहा है और क्या इसका लेना देना इस चीज से भी था कि टोक्यो में जो पैरालंपिक्स हुए थे वो कोविड के दौरान थे तो कहीं ना कहीं लगा कि जो मेंटल टफनेस होती है उसकी काफी जरूरत होती है हां मेंटल टफनेस एक खिलाड़ी के जीवन में बहुत ज्यादा इंपॉर्टेंट है क्योंकि अगर आप स्ट्रेस लोगे आपको कोर्टिसोल लेवल बढ़ेंगे और शुगर होएगी और काफी चीजों पर फर्क आएगा तो इंडिया में क्या सोचते हैं लोग मीठा खाने से शुगर होता है डायबिटीज होता है लेकिन जो डायबिटीज का पहला रीजन होता है वो होता है स्ट्रेस तो जितना जितना ज्यादा कम स्ट्रेस लेंगे और कोर्टिसोल लेवल अपने जितने ज्यादा कम रहेंगे उतना ही आप फ्रीली थ्रो कर पाओगे या कोई भी चीज कर पाओगे तो स्ट्रेस मैनेजमेंट बहुत ज्यादा जरूरी है और मेंटल ट्रेनिंग से ही आप स्ट्रेस मैनेज कर सकते हो तो उसके ऊपर अब जैसे खिलाड़ी है एकदम से कोई अच्छा किसी ने थ्रो मार दी तो एकदम से स्ट्रेस ले लिया वो चीज नहीं करनी वो उसने मेहनत करी है वो थ्रो मार रहा है आप अपना बेस्ट करो क्योंकि अगर आप स्ट्रेस करो बॉडी टाइट होएगी सब कुछ होएगा तो इसलिए जितना ज्यादा फ्री हो सके मेंटल ट्रेनिंग पे ज्यादा फोकस करें सो द पैरालंपिक आर रेडी वी होप दैट द मेडल टैली इंक्रीजस फ्रॉम द लास्ट टाइम दैट वी सॉ इन टोक्यो विद