Al Aqsa Masjid पर Israel के मंत्री के बयान पर बवाल, Saudi Arabia का कड़ा ऐतराज | Mohammed Bin Salman

Published: Aug 27, 2024 Duration: 00:03:32 Category: News & Politics

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[संगीत] इजराइल हमास के बीच करीब 11 महीने से चल रही जंग के बीच अब सऊदी अरब और इसराइल में ठन गई है दरअसल इसराइल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री तामा बेन गुर ने यह कहकर इस्लामिक देशों में गुस्सा पैदा कर दिया है कि अगर मुमकिन होता तो वह पूर्वी यरूशलम में अल अकसा मस्जिद परिसर में एक यहूदी प्रार्थना घर का निर्माण करवाते सऊदी अरब ने इसराइली मंत्री के इस बयान की घोर निंदा की है इसराइल के कट्टरपंथी सुरक्षा मंत्री तामा बेन गवीर ने यहूदियों को यरूशलम में अल अकसा मस्जिद में प्रार्थना करने की अनुमति देने का भी आवाहन किया है इससे इस्लामिक देशों खासकर सऊदी अरब और इसराइल के बीच तनाव बढ़ गया है आपको बता दें कि पिछले दिनों इसराइली मंत्री तमार बेन गुर सैकड़ों लोगों के साथ मस्जिदए अक्सा के करीब पहुंच गए थे गुई का यह ब न ऐसे वक्त में आया है जब गजा में सीस फायर के लिए बातचीत चल रही है और इस्लामिक देश संघर्ष विराम पर समझौता करना चाहते हैं आर्मी रेडियो को दिए एक इंटरव्यू में इसराइली मंत्री गवीर ने 26 अगस्त को कहा कि अगर संभव हुआ तो अलकासा मस्जिद परिसर में एक यहूदी प्रार्थना घर का निर्माण कराएंगे उन्होंने आगे कहा कि अगर मैं कुछ कर सकता तो मैं वहां इसराइली झंडा लगा देता जब एक पत्रकार ने बार-बार पूछा कि क्या अल अकसा मस्जिद में यहूदी प्रार्थना घर बनवाए तो उन्होंने जोर देकर कहा हां इस बीच सऊदी अरब ने कहा है कि ऐसे भड़काऊ बयान दुनिया भर के मुसलमानों के खिलाफ चल रहे षड्यंत्र और उकसावे को स्पष्ट रूप से दिखाते हैं सऊदी ने एक बयान में इसराइली मंत्री के बयान को खारिज करते हुए अल अकसा मस्जिद की ऐतिहासिक और कानूनी स्थिति का सम्मान करने की जरूरत दोहराई है सऊदी अरब ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से भी इस मुद्दे पर अपनी-अपनी जिम्मेदारी निभाने की अपील की है और कहा है कि अंतरराष्ट्रीय कानूनों और प्रावधानों के अनुरूप इसराइली मंत्री को जवाबदेह ठहराया जाना चाहि चाहिए सऊदी अरब की तीखी प्रतिक्रिया के बाद इसराइल के रक्षा मंत्री ने यह कबूल किया है कि गवीर के बयान से मिडिल ईस्ट में एक नए तरह का तनाव पैदा हुआ है रक्षा मंत्री युव गैलेंट ने इसराइली मीडिया आउटलेट हरेट से कहा है कि अलक्ष मस्जिद पर यथास्थिति को कमजोर करना गैर जरूरी है और इसराइल के लिए यह खतरनाक साबित हो सकता है आपको बता दें कि अलक्स मस्जिद दुनिया के सबसे पुराने नगरों में से एक यरूशलम के बीच में एक पहाड़ी पर वाक है और यहूदी इसे हर बयातकी दस कहते हैं इससे सिर्फ फिलिस्तीन नहीं बल्कि दुनिया भर में रहने वाले मुसलमानों की धार्मिक आस्था जुड़ी हुई है अलग सा मस्जिद का परिसर 35 एकड़ में फैला है और यह परिसर इस्लाम ईसाई और यहूदी तीनों धर्मों के लिए बेहद महत्त्वपूर्ण माना जाता है इसमें इस्लाम धर्म का तीसरा सबसे पवित्र स्थान माने जाने वाली अल अकसा मस्जिद ईसाई धर्म का सबसे पुराना चर्च साथ ही यहूदी धर्म की वेस्टर्न वॉल भी मौजूद है मुसलमान इस जगह को मक्का और मदीना के बाद इस्लाम में तीसरा सबसे अहम स्थान मानते हैं उनका मानना है कि यह वह जगह है जहां से पैगंबर मोहम्मद साहब ने मेराज का सफर तय किया था यानी सात आसमानों से परे अर्शे आजम का सफर इस परिसर को लेकर इसराइल और फिलिस्तीन में हमेशा से विवाद चलता रहा है यह विवाद 100 साल पुराना है दोनों उस पर अपना अपना दावा ठोकते हैं और अब इसराइली मंत्री ने उसे और हवा दे दी है

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