राम और रावण इ दोनों में डिफरेंस क्या है क्या हम राम को हम मर्यादा पुरुषोत्तम बोलते हैं और राम की जो चरित्र है हम समझते हैं कि हम इसको फॉलो करें तो हम यह समझना चाहिए कि राम और रावण की जो थिंकिंग प्रोसेस है तो डिफरेंस क्या है राम बोलते हैं कि मेरे पास जो भी है वो सारे ब्यूटीफुल थिंग्स है लेकिन रावण का सोच क्या है रावण बोलता है कि जितने भी ब्यूटीफुल थिंग्स है वह सब मेरा है राम और रावण दोनों अगर शक्ति के हिसाब से देखें दोनों की शक्ति बराबर था तो यह नहीं कि रावण शक्तिशाली नहीं था रावण भी इक्वली शक्तिशाली था लेकिन जैसे हमारे जीवन में हम कितने भी शक्तिशाली हो या हम कितने भी फाइनेंसियल स्ट्रेंथ हमारा बहुत स्ट्रांग हो फिर भी अगर हमारे अंदर ईगो है तो वो ईगो आपको पूरा नष्ट कर देता है और आप कितने ही बलशाली हो या धनवान हो तो उसका कोई मीनिंग नहीं है ऐसे ही राम के अंदर यह चीजें नहीं थी जिसकी वजह से वह बहुत स्ट्रांग थे उस रावण के अगेंस्ट में लेकिन रावण के अंदर स्ट्रांग होते हुए भी इतना अहंकार था उस अहंकार इसको ले डूबा है तो इसीलिए हम अपने लाइफ में हमेशा अपने को अपना जो अहंकार है वह छोड़ के बिल्कुल अपना लाइफ को मेंटेन करना चाहिए तभी आप हमेशा सुखी रहेंगे