MPOX Virus: WHO Pandemic Alert| क्या फिर से Lockdown? What is MPOX Virus| India Alert
Published: Aug 27, 2024
Duration: 00:11:28
Category: Education
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क्या एक बार फिर से आ सकती है पूरे कंट्री में 2022 की सिचुएशन यानी 2022 की बात करें तो क्या कोविड जैसे पूरे कंट्री में एक बार फिर से लॉकडाउन की स्थिति आ सकती है ऐसे आपके पास न्यूस मिल रही होंगी और इसके पीछे का जो रीजन दिया जा रहा है कि एक बहुत ही खतरनाक वायरस ने अटैक फिर से किया है जैसे कि कोविड ने किया था और बात करें तो कहा जा रहा है कि यह कोविड से भी बहुत ज्यादा स्ट्रांग है तो आखिर व वायरस क्या है तो उस वायरस का नाम है आपके पास एम पॉक्स अब यहां से क्वेश्चन ये आता है कि जो आपके पास एम पॉक्स वायरस है क्या वो बिल्कुल न्यू वायरस है या इस पहले भी आ चुका है तो इसके पीछे का रीजन है इसके पीछे को रीजन को हम समझेंगे आखिर ये पूरा एम पॉक्स की क्या स्टोरी है सब चीज को इन डिटेल इस वीडियो में हम समझेंगे तो प्लीज वीडियो के अंत तक बने रहे तो सबसे पहले एम पॉक्स के हम दो भाग में डिवाइड करते हैं एक हिस्ट्री पार्ट और एक आपकी करंट न्यूज़ तो सबसे पहले हम करंट न्यूज़ के बारे में देखते हैं तो करंट न्यूज आपकी क्या है 14 अगस्त को डब्ल्यू एओ के चीफ डॉक्टर टेरोस ने एक आपके पास आर्टिकल्स रिवील किया उसमें उन्होंने राइट किया था कि 222 में जो आपके पास यह एम पॉक्स वायरस है यह 11 कंट्री इंक्लूडेड इंडिया फैला था स्प्रेड हुआ था एम पॉक्स वायरस लेकिन यह जो एम पॉक्स वायरस इस बार जो करंट में चल रहा है यह वायरस वस वायरस का एक न्यू वेरिएंट है जो कि बहुत ही ज्यादा खतरनाक और बहुत ही ज्यादा सीरियस है अब हम इंडिया की बात करें तो इंडिया में भी हाल ही में आपके पास अ पीएम के पीओ यानी हमारे चीफ मिनिस्टर प्रधानमंत्री के जो पीओ है पी के मिश्रा उन्होंने दिल्ली में एक अर्जेंट मीटिंग की अब दिल्ली ही क्यों क्योंकि दिल्ली आपके पास फॉरेनर का एक जंक्शन बनता है यहां से फॉरेनर्स आते जाते हैं और यह अलग कंट्री में है तो वहीं से ये स्प्रेड होने के चांसेस हैं इसलिए दिल्ली में अलर्ट जारी किया गया है मेडिकल हॉस्पिटल्स मेडिकल कॉलेज इंक्लूडेड हॉस्पिटल्स को यानी पीके मिश्रा ने तीन दिल्ली के मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल्स को अलर्ट किया है एक आपका है एलएचएमसी और दूसरा है राम मनोहर रस मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल और एक है आपका सफर दंज हॉस्पिटल इन तीनों हॉस्पिटलों को अलर्ट किया गया है कि आप क्वारंटाइन के लिए तैयार रहे यानी कोई भी केसेस आती है तो उसके लिए आपको प्रिपेयर रहना है और इसके समय दिल्ली के नहीं सभी स्टेट को यह अलर्ट किया गया कि सभी क्वारंटाइन के लिए प्रिपेयर रहेंगे इस सिचुएशन को देखते हुए तो यह था आपकी न्यू करंट न्यूज अब एम पॉक्स के बारे में हम थोड़ा सा हिस्ट्री देखते हैं और फिर उसके बाद आते हैं कि एम पॉक्स कैसे क्या इसके सिमम है कैसे इससे हम बचे और क्या की कोई वैक्सीन है कि नहीं है तो सबसे पहले हम हिस्ट्री की बात करें क्योंकि जो एम पॉक्स वायरस है कोई न्यू वायरस नहीं है एम पॉक्स वायरस आपके पास बहुत इयर्स पहले रिसर्च किया गया था बात करें तो 1958 में सबसे पहले इस वायरस को यानी 1970 तक हम ले सकते हैं आपके पास डेनमार्क के जो साइंटिस्ट थे वो पोलियो के लिए वैक्सीनस का जब टेस्ट कर रहे थे तो उन्होंने कुछ मंकी सिंगापुर से कुछ मंकी को लाया था और उन्हीं मंकी में से इन्होंने देख खा जो साइंटिस्ट थे कि एक मंकी ऐसा था कि जो कि मतलब फीवर से और उसके बॉडी पे रेसेस देखे गए तो उन्होंने उसकी स्किन से टेस्ट किया तब जाके पता चला था कि यह एक बहुत ही न्यू और अलग वायरस है और वहीं से उस वायरस का नाम पड़ा था एम पॉक्स क्योंकि ये आपकी चिकन पॉक्स स्मॉल पॉक्स से सिमिलर थी इसीलिए एम पॉक्स इसको नाम दिया गया क्योंकि इसमें भी रेसेस आ जाते हैं जैसे कि आपके पास चिकन पॉक्स स्मल पॉक्स में आते हैं तो ये थी हिस्ट्री अब ये मंकी से ह्यूमन में कैसे आए तो मंकी से ह्यूमन में सबसे पहले ये अफ्रीका यानी डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो वहां की थी ये फर्स्ट आपके पास अफेक्टेड वहीं पे हुआ था फिर क्या कि सिटी है वहां पे ही सबसे पहले एक छोटे से बालक को होती है फिर वहां से यह पूरा फैली थी अब यह आपके पास वहां से कुछ टाइम के बाद 20 22 में ये आपके पास पूरे कंट्री में मैक्सिमम कंट्री में बात करें तो 11 कंट्रीज में ये आपके पास इंकलेट इंडिया को स्प्रेड हुआ था एम पॉक्स वायरस लेकिन जो आपके पास एम पॉक्स वायरस था जो आपका स्प्रेड हुआ था इन सारी कंट्रीज में अब इस समय जो एम पॉक्स वायरस आया है उसका न्यू वेरिएंट है और ये जो न्यू वेरिएंट है ये बहुत ही सीरियस बहुत ही क्रिटिकल बहुत ही स्ट्रांग वायरस है और इससे हमारी जो ह्यूमन बॉडी है यह फाइट नहीं कर सकती अब हम देखते हैं कि जो आपके पास एम पॉक्स वायरस है इसके रिसर्च पे आपके पास दो क्लैड मिले एक आपका क्लैड नंबर वन नाम दिया गया और दूसरे का क्लैड नंबर टू नाम दिया गया है अब बात आती है इनमें से जो है सीरियस और क्रिटिकल और स्ट्रांग है कौन जो आपके पास क्लट टू है वो मैक्सिमम कंट्री में स्प्रेड हो चुका है और जो क्लैड वन है ये अभी मैक्सिमम कंट्री में आपके पास स्प्रेड नहीं हुआ है तो अब आपको ये लग रहा होगा कि जो क्लैड टू है वो बहुत ही ज्यादा स्ट्रांग होगा नो क्लैड टू जो आपका है वो बहुत ही मतलब अगर क्लैड वन की बात की कंपेयर करें तो वो वीक है और इसके जो सिम्टम्स मतलब इससे बचा जा सकता है और क्लैड टू के लिए हमारी जो बॉडी है ये बहुत टाइम से फैला है तो उसके लिए हमारी बॉडी प्रिपेयर है फाइट करने के लिए अब हम आते हैं क्लैड वन पे क्लैड वन के क्या-क्या सिमट सम है क्योंकि जो आपके पास इस समय एम पॉक्स का न्यू वेरिएंट आया वो है क्लैड वन जो कि क्लैड टू से वेरी वेरी स्ट्रांग है और बात करें तो जो कोविड था उससे सेवन टाइम स्ट्रांग है एम पॉक्स इसीलिए हर जगह अलर्ट किया जा रहा है हर एक हर एक कंट्री को अलर्ट किया जा रहा है तो जो आपके पास क्लैड वन है वो तीन स्टेज में देखे जा रहे हैं फर्स्ट स्टेज आपके पास कॉमन कोल्ड के जैसे ही है और यह उतनी ज्यादा सीरियस नहीं है दूसरी स्टेज जो है आपके पास इसमें फीवर है वीकनेस होगी हेडेक होगा और आपके पास यहां से थ्रोट इंफेक्शन दिखेंगे यानी आपके पास जो थ्रोट लिंफ होती है उसमें स्वेलिंग आ जाएगी लिंफ में आपको स्वेलिंग मिलेगी ये स्टेज नंबर टू है और लास्ट क्रिटिकल स्टेज है आपके पास पूरे बॉडी पे रेसेस आ जाएंगे पूरे बॉडी पे आपके पास बहुत रेसेस इतने ज्यादा देखे जाएंगे रेसेस और यह बहुत ही ज्यादा सीरियस है अब बात करें अगर क्लैड वन से आपके पास 100 पीपल आपके पास अफेक्ट होते हैं तो चांसेस है कि उसमें से 10 पीपल जो है डेड कर जाए और क्लैड टू की बात की जाए तो अगर 100 अफेक्टेड हो रहा है तो उसमें से चांसेस केवल वन का है कि न ट हो सकता है तो तो आप यहां से एक अंदाजा लगा सकते हैं कि क्लैड वन कितना ज्यादा स्ट्रांग है अब ये था पूरा क्लैड वन का सिमटम्स अब हमें पता है कि अगर कोई जैसे कि आपको मिल जाता है कि इससे अफेक्टेड हो तो आपको क्या करना चाहिए उस टाइम तो सबसे पहले कोई को उसको आप क्वारंटाइन करें जो भी हो आप अगर कोई भी ऐसा अगर आपको सिमट दिख रहा है तो उसको क्वारंटाइन किया जाए टाइम टाइम पर आपके पास सैनिटाइज किया जाए हर एक तरफ आप हाजन का ध्यान रखें और हां मैक्सिमम एनिमल से आप थोड़ी सी जैसे जो एनिमल्स होते हैं उनसे आप डिस्टेंस बना रखें यह है आपके पास बचने के उपाय अब इसके लिए क्या कोई वैक्सन नहीं है तो वैक्सीन भी बनके प्रिपेयर है यानी इस वायरस से लड़ने के लिए हमारे जो है वो बिल्कुल भी तैयार है तो इसके लिए जो वैक्सीन है उस वैक्सीन का नाम है आपके पास एम यू ए बी एन ये आपके पास इसका वैक्सीनस का नाम है क्लैड वन के लिए ये वैक्सीनस दी जाएंगी अब आपको ये क्वेश्चन मार के एक है कि क्लैड वन इतना ज्यादा स्प्रेड कैसे हो सकता है देखिए अगर कोई यह पता है कि इधर उधर ट्रेवल करने से इस कंट्री से अदर कंट्री में ट्रेवल करने से ही आपके पास ये पूरा स्प्रेड हो रहा है अगर कोई इफेक्टेड ह्यूमन ट्रेवल कर रहा है चाहे वो कहीं से बस से प्लेन से ट्रेन से अगर वो इफेक्टेड है और वो ट्रेवल कर रहा है तो वो जिस सीट पर बैठा है या उस पूरे वाहन को जिस चीज को भी वो टच करेगा वहां पे यह एम पॉक्स के वायरस रह जाएंगे और यह वायरस सबसे ज्यादा डिफिकल्ट ये है कि 10 से 20 डेज तक ये बिना किसी लाइव बॉडी के भी सरवाइव कर सकते हैं अगर उसके उन डेज के अंतर्गत कोई भी ह्यूमन वहां जाता है तो उसके अंदर यह तुरंत इंजेक्ट हो जाएंगे और पूरी अपनी कॉलोनी बना के उस पर्सन को भी इफेक्टेड कर देंगे तो इसलिए यह बहुत ज्यादा स्प्रेड होने के इसके चांसेस है क्योंकि ये कांटेक्ट है तो इसीलिए आप कांटेक्ट जितना हो सके उतना कम किसी से रखें आप जो भी चीजें यूज कर रहे हैं उसको हमेशा सैनिटाइज करके रखें और जहां पे भी आप जा रहे हो सैनिटाइजर साथ में लेके चले हर एक चीज को सैनिटाइज करके ही रखें क्योंकि इसके स्प्रेड होने का रीजन हमने बता दिया कि ये बिना किसी लाइव बॉडी के 10 से 15 के 20 डेज तक सरवाइव कर सकता है तो सोचिए अगर कोई ह्यूमन वहां पे इफेक्टेड रहा है तो वो कितने लोगों को फैल सकता है उस सीट पे अगर कोई बैठा है या किसी जो इफेक्टेड ह्यूमन है वो किसी चीज को डोर को किसी भी चीज को अगर वो टच किया है तो कितने लोगों को फैला सकता है ये वायरस तो इसलिए सभी को अवेयर कीजिए ये वीडियो जितना हो सके उतना ज्यादा शेयर करिए सभी को चाहे वो कोई भी चाहे वो स्टूडेंट हो पेरेंट हो सबको जितना हो सके ये शेयर करिए ताकि हर एक सिटीजन हर एक ह्यूमन अवेयर हो सके और अवेयरनेस य है आपका इस वायरस से बचने के लिए कि 2022 की सिचुएशंस फिर से हमें ना देखने को मिले बाकी हमारे हॉस्पिटल्स और जो भी है सारी चीजें रेडी हैं तो ये हॉस्पिटल्स के ही नहीं हम सबके जो यूनिटी है वही इस वायरस से लड़ने का एकमात्र उपाय है तो इसलिए सभी को अवेयर करें कि सभी अपने चारों तरफ हाइजीन रखें सैनिटाइज करके रखें जितना हो सके उतना कांटेक्ट ना बनाए तभी जाके इस वायरस से बचा जा सकता है तो ये थी आपके पास एम पॉक्स की पूरी इंफॉर्मेशन तो थैंक यू मिलते हैं आपके साथ इसी के साथ नेक्स्ट वीडियो में हां यदि आप चैनल पे नए हो तो प्लीज चैनल को सब्सक्राइब कर लीजिएगा ताकि आपको हर एक इंपॉर्टेंट वीडियो मिलती रहे अगेन थैंक यू