Flight mh370 mystery solved. Facts about flight ✈️.

Published: Aug 28, 2024 Duration: 00:06:03 Category: People & Blogs

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अस्सलाम वालेकुम दोस्तों उम्मीद करता हूं कि आप सब लोग खैरियत से होंगे पिछली वीडियोस में मैंने आपको बताया था वेदर फोरकास्ट के बारे में और उसके साथ साथ यह भी बताया था कि जो अर्थक्वेक हमारे पाकिस्तान में आ रहे हैं उसकी कुछ वजत लेकिन बिल्कुल पिछले दिनों एक मिस्ट्री सॉल्व हुई है एक मिस्ट्री एक एक अजीब बात थी कि कुछ लोगों का क्या मानना था कुछ लोगों का क्या मानना था उसके बारे में पिछले दिनों एक सलूशन आया तो वो मैंने सोचा कि क्यों ना अपने व्यूवर्स के साथ में शेयर कर दूं पिछले दिनों एक फ्लाइट थी जिसका नाम था एम 370 जो 2014 में लापता हो गई थी बत वजत बताई जाती थी और वह डिस पयर हो गई थी वह बिल्कुल नजर आना बंद हो गई थी ट्रैक उस वक्त यह भी था कि फ्लाइट को ट्रैक नहीं किया जाता था तो बस फिर व डिपर हुई और उसकी वजह से यह हुआ कि काफी लोगों को एक स म एक वो एयरलाइन थी मुसाफर की पजर वाली एयरलाइन थी ज से फिर जो है वो अपने आई एक्शन में आई और उन्होंने फिर उनको मालूम करना शुरू कर दिया और उसकी जो कुछ थरी आई थी कुछ लोगों ने उसको कहा था कि यह इंजन फेल हुआ है अब इंजन फेल हुआ और कुछ लोगों ने कहा था कि जो फ्लाइट का जो स्ट्रक्चर है व इतनी ज्यादा बुलंदी पर गया है तो वहां पर जाकर कुछ उसके स्ट्रक्चर को मसला बन गया या फ्लाइट का स्ट्रक्चर कुछ इस तरह ही हुआ है कि वो फ्लाइट गायब हो गई है लेकिन जो लोगों के जो कुछ लोगों सच मानते थे कि मतलब एक तो वो स्ट्रक्चरल फेलर हो गया या फिर इस तरह का तो अब कुछ लोग यह भी मानते थे कि या तो वो जो पायलट था उसने सुसाइड कर लिया वो पायलट मर गया या उसको कुछ रिप्रेशन की वजू हात थी जिसकी वजह से उसने मुकम्मल जहाज को कहीं पे मार दिया या इस या फिर प्लेन हाईजैक कर दिया गया लेकिन आपके इसके बारे में कोई मुकम्मल इंफॉर्मेशन नहीं थी लेकिन बाद में जो एक्सटर्नल फैक्ट्स थे कुछ के कुछ थे ये कि स्ट्रक्चर कुछ प्लेन इशू थे कुछ एक ह्यूमन एक्टिविटीज की वजह से जो हो सकता था वो बताया गया और फिर जो एक्सटर्नल फेक्ट आखिर का जहाज एक बुलंदी पर उड़ता है उसके जो फेक्ट थे कुछ ने कहा कि ये मचर स्ट्राइक है के कुछ बाहर का कोई पत्थर आया वो जहाज को हिट किया और वो जहाज उसकी वजह से क्रैश हो गया और कुछ ने कहा कि यह जो मिलिट्री है आर्मी की इवॉल्वमेंट है किसी आर्मी आर्मी अड्डे ने या मिसाइल वगैरह से किसी ने उसको तबाह कर दिया लेकिन उसके बारे में कोई भी प्रॉपर इंफॉर्मेशन तो ना मिल सकी तो फिर अब यह हुआ कि कुछ लोगों के कुछ ख्यालात थे कुछ के कुछ ख्यालात थे लेकिन आखिर का जो एक बात एंड पर वाजा की गई उसको उसके थ्रू कंक्लूजन निकलने थे उसके थ्रू नतीजा निकलना था तो लोगों ने सेटेलाइट की मदल ली क्योंकि 2014 में सेटेलाइट का था दौर था तो सेटेलाइट की वजह से म मदद की तो इस वजह से सेटेलाइट की ज से ना उसका डॉपलर शिफ्ट के थ्रू उसका पता क्या कि जहाज कहां से कहां तक गया चला और जो डाटा बेस एनालिसिस हुई थी वो यही हुई थी के कुछ ने ना यही कहा था कि जो जहाज है वो अंडर वाटर चला गया के तबाह हो गया या इस वजह से कुछ भी हो गया या फिर जहाज जो है वो कुछ ने कहा कि यह बर्मुडा ट्रायंगल की वजह से बर्म ट्रायंगल ने उसको अपने अंदर खींच लिया और कुछ ने कहा कि वो अंडर वाटर चला गया फिर वहां से बर्म ट्रायंगल का काफी इशू बना मुद्दा ट्रा एंगल पर लोगों ने काफी बहस की लेकिन जो कंक्लूजन निकले जो ताइज निकले उसपे अगर हम गौर करें तो उसका यह मनना था के जो ना पायलट था ना उसने रास्ता चेंज किया था अब जो पायलट था वह एक सीमत जर है उसने अपना रास्ता चेंज किया कोई वेदर की वजह से व वहां प भी मौसम की बात आ जाती है कि मौसम की वजह से उसने अपना रास्ता चेंज किया जब उसने अपनी डायरेक्शन चेंज की और वो मलेशिया की जो एयरलाइन थी वो इलेक्ट्रिकल फेलर मतलब जो इंजन था उसके अंदर इतना इलेक्ट्रिकल शॉक इतना इलेक्ट्रिसिटी प्रोवाइड हो रही थी उसके कुछ फेलियर हुए थे जिसकी वजह से इंडियन ओशन में वह जहाज जाकर गिर गया अब इतना तो हो गया था लेकिन अब उसका भी कुछ यह नहीं था कि पक्का पता नहीं था कि एक एट बात नहीं थी उसके बारे में भी हम यही कह सकते थे कि इस तरह का हो सकता है लेकिन जो बाद में क्वेश्चन राइ हुए थे वो यह हुए थे कि ये डिपर क्यों हु पायलट ने टक्शन चेंज क्यों की और फिर अब उसकी लोकेशन किधर है अगर तब भी चेंज हुई थी लोकेशन हुई थी चेंज तो फिर अब वो किधर है तो लेकिन अब इसका भी कोई सवाल जवाब नहीं था तो यह बाद में कुछ बाद में कुछ प्लीकेशन की गई बाद में कुछ लोगों ने इस तरह का वजत बनी थी तो उसकी वजह से बाद में एक मॉडिफिकेशन की गई एरो एरोप्लेन में मॉडिफिकेशन की गई और उसने यह किया गया कि रियल टाइम एयरक्राफ्ट ट्रैकिंग के नाम से एक यह सिलसिला शुरू किया गया कि जो भी फ्लाइट अब उसके बाद टेक ऑफ करती थी उसको मुकम्मल ट्रैक किया जाता था और जब फ्लाइट को मुकम्मल ट्रैक किया जाता था तो उसके थ मुकम्मल फ्लाइट का पता चलता रहता था कि फ्लाइट कहां पहुंची और कब पहुंच जाएगी और फिर एक कॉकपिट जिसको हम ब्लैक बॉक्स भी कहते थे पिछले दिनों पाकिस्तान में भी एक जहाज गिरा था तो उसका भी ये कॉकपिट का ही मसला बना था तो वो वाइस कोटर में रखा गया और इसको एक मेमोरेबल सेरेमनी के तौर प भी यूज किया जाता है लेकिन बाद में जो मॉडिफिकेशन हुई थी उसके बाद आज तक कोई इस तरह का मामला तो नहीं बना लेकिन उस जहाज की कोई एग्जैक्ट पता नहीं चला कि वो जहाज क्या लेकिन जो एक स्वाहिद मिले हैं उसके बारे में यही कहा जाता है कि वो जहाज अपनी डायरेक्शन चेंज की और वो इलेक्ट्रिकल फेलियर का शिकार हो गया इंशाल्लाह आ आने वाली वीडियोस में भी मैं आपको इस तरह की मजीद इंफॉर्मेशन प्रोवाइड करता

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