IC 814 The Kandahar Hijack Series (2024) Explained in Hindi | IC 814 The Kandahar Hijack series

दोस्तों आज हम इस वीडियो में 2024 में आई ट्रू इवेंट पर बेस्ड क्राम थल सीरीज आई 814 द कान हाईजैक के ऑल एपिसोड्स एक्सप्लेन करने वाले हैं तो वीडियो देखने से पहले चैनल को सब्सक्राइब करके वीडियो को लाइक जरूर कर देना तो चलिए बिना किसी देरी के सीरीज शुरू करते हैं सीरीज की स्टार्टिंग में एक ब्रीफ दिया जाता है जिसमें हमें बताया जाता है कि 24 दिसंबर 1999 को काठमांडू नेपाल से पल्ली आ रही इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट आईसी 814 को पांच टेररिस्ट के द्वारा हाईजैक कर लिया जाता है जहां उस फ्लाइट को हाईजैकर्स अमृतसर लाहौर दुबई से ले जाते हुए कामदार में रोकते हैं और वहां पर उस फ्लैट में मौजूद 170 प्लस पैसेंजर्स को 7 दिन तक होस्टेजेस बनाकर रखा जाता है उन सात दिनों में उनके साथ क्या हुआ था और हाईजैकर्स ने ऐसा क्यों किया था इन्हीं सारे सवालों के जवाब देती है यह रियल इवेंट पर बेस्ट सीरीज अब आगे नेक्स्ट सीन में हमें 24 दिसंबर 1999 काठमांडू का सीन दिखाया जाता है जहां पर इंडियन एंबेसी का एक ऑफिसर रामचंद्र यादव पाकिस्तान एंबेसी के ऑफिसर हासमी को किसी बंदे को एक रेड बैग अपनी कार से निकाल कर देता है जिसे वोह अपने साथ ले जाता है और इसकी जानकारी राम सीनियर रॉ ऑफिशियल कैलाश चौहान को आकर देता है साथ ही राम बताता है कि आस्मी के साथ पांच लोग कुछ टाइम से काठमांडू के गेस्ट हाउस में रुके हुए थे जहां पर राम ने चुपके से एक हिडन माइक लगाया था जिसमें वो पांच लोग किसी मिशन पर जाने की बात कर रहे थे उसमें एक टेररिस्ट अमजद भी शामिल था पर कैलाश राम की इस बात पर ध्यान ही नहीं देता है उसके बाद काठमांडू एयरपोर्ट पर हम अमजद इब्राहिम और उसके साथ के तीन और साथियों को देख पाते हैं जो बाकी पैसेंजर्स के साथ काठमांडू से ली जा रही फ्लाइट आई 814 में पैसेंजर्स बनकर एंटर कर जाते हैं यहां पर हमें आईसी 814 के कैप्टन शरण देव और एक एयर होस्टेज इंद्रानी भी दिखाई जाती है इंद्रानी के फादर व्हील चेयर पर थे और उसने उनके टेक केयर के लिए एक मेड रखी हुई थी अब क्योंकि किसी वजह से आई 814 फ्लाइट ऑलरेडी लेट थी तो इंद्रनी घर लेट पहुंचने की सोचकर थोड़ा परेशान हो रही थी साथ ही सरण के घर पर भी उसकी बैफ और दो बच्चे थे वो लोग नेक्स्ट डे सरण के बापस आने के बाद घूमने जाने वाले थे उधर राम को पता चलता है कि वो पांच टेरिस्ट आई 814 में ट्रेवल करने वाले हैं और इसलिए राम एयरपोर्ट अथॉरिटी से कांटेक्ट करके फ्लाइट को टेक ऑफ होने से रोकने के लिए कहता है पर वो लोग राम की बात को सीरियसली नहीं लेकर फ्लाइट को टेक ऑफ होने देते हैं जिससे सिचुएशन अब आउट ऑफ कंट्रोल होने वाली होती है अब हम फ्लाइट में कुछ पैसेंजर्स को देख पाते हैं जिनमें से एक रूपेश और उसकी वाइफ होती है जिनकी हाल ही में शादी हुई थी और वो लोग हनीमून के लिए डली जा रही थे एंड अदर पैसेंजर एक ओल्ड मैन होते हैं जिन्हें अस्थमा की प्रॉब्लम थी उसके बाद हमें इब्राहिम के फ्लैशबैक में दिखाया जाता है कि इंडिया में इब्राहिम के भाई मसूद को पुलिस ने पकड़कर जेल में रखा हुआ है और उसी को छुड़ाने के लिए इब्राहिम से उसके फादर ने कहा था और वो इसीलिए ही इस फ्लैट पर आया था बाकी अदर बजे हमें आगे पता चलेंगी अब फ्लाइट में हाईजैकर्स ने अपने नाम बदल रखे थे इब्राहिम ने अपना नाम चीफ अहमद ने डॉक्टर और बाकियों ने बर्गर भोला और देव रखे हुए थे साथ ही एयर होस्टेज इंद्रानी के साथ एक और एयर होस्टेस होती है जिसका नाम छाया होता है वो लोग 1 घंटा 45 मिनट में डेल्ली पहुंचने वाले थे और तभी सारे हाईजैकर्स एक्टिव होकर पूरे प्लान को अपने कंट्रोल में ले लेते हैं और कैप्टन सरण को गन पॉइंट पर लेकर फ्लैट को काबुल ले जाने के लिए बोलते हैं उनके पास गंस और बम थे सारे लोग काफी डरे हुए होते हैं और उनके कहे अनुसार अपनी सीट पर घबराए हुए बैठे रहते हैं जो थोड़ा भी पैनिक करने की कोशिश करते हैं उन्हें वो हाईजैकर्स चोट पहुंचा रहे होते हैं अब काबुल की सुनकर सरन चीफ को बताता है कि प्लेन में इतना फ्यूल नहीं है कि वो लोग काबुल तक पहुंच पाए इसलिए उन्हें कहीं और लैंड करना होगा उसके बाद बर्गर एटीसी बनारसी को लैन पर लेकर बता देता है कि फ्लैट i 814 हाईजैक हो चुकी है और वो उसे काबुल ले जा रहे हैं इस बात की सबसे पहले खबर रॉ के जॉइंट सेक्रेटरी रंजन मिश्रा को मिलती है जिसे वह अपने सीनियर यानी रॉ हैड बी के अग्रवाल को जाकर बताते हैं और वो ये बात सुनकर शौक हो जाते हैं उस फ्लैट में लगभग 170 प्लस पैसेंजर थे और हाईजैकर्स ने अभी तक कोई डिमांड्स भी नहीं बताई थी और जब यह बात एडिशनल डायरेक्टर ऑफ आईवी मुकुल मोहन को पता चलती है तो उनका मानना होता है कि इन लोगों ने किसी टेरिस्ट को छुड़ाने के लिए फ्लैट हाईजैक की होगी इससे अच्छा तो इन टेरिस्ट को पकड़ने के बजाय सूटी कर दिया करें उधर फ्लैट में हाथापाई की वजह से छाया के चोट लग जाती है इसीलिए बर्गर के कहने पर इंद्रानी उसे फर्स्ट ऐड देती है वो लोग बहुत घबराए हुए होते हैं भरकर उन्हें कोऑपरेट करने के लिए बोलता है उसके बाद हम एक्सटर्नल अफेयर मिनिस्टर विजय भान और सेक्रेटरी डीआरएस को देखते हैं जो इस सिचुएशन को हैंडल करने के बारे में सोच रहे होते हैं जहां पर डीआरएस विजय भान को बताता है कि उन्हें पता चला है कि इसके पीछे मौलाना अल्ल्ला बख्श का हाथ है क्योंकि उसका एक बेटा मसूद जम्मू की जेल में है मसूद जिहाद की जंग के लिए लोगों के ब्रेन वॉश करता था उसके बासर से बहुत लोग प्रभावित होकर अपनी जान की परवाह किए बिना जिहाद की जंग में कूम पड़ते थे और 5 साल पहले वह दो पाकिस्तानी टेररिस्ट ग्रुप की सुलह के लिए इंडिया आया था और तभी उसे अरेस्ट कर लिया गया था कई बार उसे छुड़ाने के लिए कोशिश की गई पर वो सब नाकामयाब रही और अब इब्राहिम की एक और कोशिश थी अब मुकुल मोहन के कहने पर आईवी डायरेक्टर संजय मिश्रा जेल में मसूद के पास आते हैं और उससे इस हाईजैक के बारे में पूछते हैं और वोह बोल देता है कि उसे इस हाइजक के बारे में कुछ भी नहीं पता है इसीलिए राम उस ड्राइवर को पकड़ लेता है जो उन पांच टेररिस्ट को एयरपोर्ट लेकर गया था और वो उस ड्राइवर का मुंह खुलवाने के लिए उसे टॉर्चर करता है अब सारे ऑफिशियल पर्सन सीएमजी डेल्ली में इकट्ठे होते हैं इस सिचुएशन को सॉर्ट आउट करने के लिए जिसमें रंजन मुकुल डीआरएस विजय भान और पीएमओ सेक्रेटरी बिन कॉल भी शामिल होते हैं जहां पर रंजन राम द्वारा दी गई रिकॉर्डिंग सुनाता है जिसे सुनकर उन्हें यह तो पता चल जाता है कि अमजद और इब्राहिम उस फ्लैट पर हाईजैकर्स के साथी हैं अमजद बहुत ही खतरनाक टेररिस्ट ग्रुप में था अब फ्लैट में फ्यूल कम होने की वजह से सरन हाईजैकर से अमृत साथ पंजाब में लैंडिंग करने के लिए कहता है ताकि वो वहां पर प्लेन को रिफ्यूल करा सके पर वो लोग लाहौर पाकिस्तान में लैंडिंग करने के लिए फोर्स करते हैं उधर डीआरएस और उनकी टीम को पता चलता है कि फ्लाइट में एक वीआईपी भी ट्रेवल कर रहा है जो कि कैलाश चौहान होता है और इस बात को वो लोग छुपा लेते हैं और पैसेंजर्स लिस्ट से उसका नाम बाहर कर देते हैं ताकि मीडिया के थ्रू यह बात हाईजैकर्स तक नहीं पहुंच जाए और वो इसका फायदा उठाने की कोशिश नहीं करें दूसरी तरफ राम को उस ड्राइवर से पता चलता है कि अमजद ने काठमांडू में एक पर्सन के घर पर उसे बैग दिया था उस बैग में क्या था यह उसे भी नहीं पता था इसलिए राम अब उस लोकेशन पर जाकर उस बैग के बारे में जानने की कोशिश करने ल और दूसरी तरफ लाहौर एटीसी फ्लैट को लैंड करने से मना कर देता है साथ ही डेल्ली एयरपोर्ट पर हाईजैक की खबर सुनकर पैसेंजर्स की फैमिली वाले परेशान हो रहे होते हैं अब मजबूरी में हाईजैकर्स को प्लेन को अमृतसर में लैंडिंग कराने की परमिशन देनी पड़ती है और एक मौका था इंडियन गवर्नमेंट के पास कि वो अपने देश में ही आईक प्लान को लैंड करा पा रहे थे जिससे वोह ऑपरेशन करके पैसेंजर्स को बाहर निकाल सकते थे इसीलिए एनएसजी ऑफिसर रवि अपनी टीम को रेडी करते हैं ताकि वो कवर्ट ऑपरेशन कर सके पर अमृतसर की लोकल पुलिस उनकी हेल्प करने में असमर्थ होती है इसलिए उनके लिए थोड़ी प्रॉब्लम बढ़ जाती है और तब वो उन्हें कन्विंसिंग हैं उधर फ्लाइट में हाईजैकर्स पैसेंजर्स को बिजनेस क्लास से नॉर्मल क्लास में सेग गट कर रहे होते हैं जिसमें रूपेश को उसकी वाइफ से अलग कर दिया जाता है जिससे रूपेश की वाइफ बहुत परेशान हो जाती पर हाईजैकर्स की गन की वजह से वह कुछ नहीं कर पाते इसी तरह से कई सारे लोग अपनी फैमिली से से दूर हो जाते हैं वो लोग सारे पैसेंजर्स के हाथ और पैरों को बांध देते हैं और उन्हें हेड डाउन करके बैठने को कहते हैं बहुत सारा टाइम बीत चुका था इसीलिए अस्थमा वाले अंकल का इनहेलर खत्म हो जाता है और इंद्रानी उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर के थ्रू सांस लेने में हेल्प करती है और जब काफी देर तक फ्यूल टैंकर नहीं आता है तो अमजद गुस्से में रूपेश का गला काट देता है और एक और पैसेंजर को चाकू मारकर बुरी तरह घायल कर देता है जिससे सारे लोग बहुत डर जाते हैं उसके बाद एनएसजी टीम फ्यूल टैंक में छुपकर प्लेन के पास जाने की कोशिश करते है पर हाईजैकर्स को थोड़ा शक हो जाता है और वो बिना फ्यूल लिए ही वहां से टेक ऑफ करने के लिए सरल से कहते हैं और इस तरह से वो लोग वहां से टेक ऑफ कर जाते हैं और एनएसजी कमांडो कुछ नहीं कर पाते जिससे अब इंडियन गवर्नमेंट की मुश्किलें और बढ़ जाती हैं क्योंकि मौका उन्होंने गवा दिया था उसके बाद हाईजैकर्स पन को सीधे लाहौर की तरफ ले जाने लगते हैं इसका सबसे बुरा असर विजवान पर पड़ता है और वो किसी भी कीमत में उन पैसेंजर्स को बचाने के बारे में सोचने लगते हैं और वो पाकिस्तान आर्मी के चीफ मुशर्रफ से बात करने के लिए कहते हैं पर बिना कॉल को लगता था कि वो उनकी बात नहीं सुनेगा क्योंकि मई 1999 में जब कारगिल वॉर हुआ था तो मुशर्रफ ने क्लियर मना कर दिया था कि उनकी आर्मी ने उन पर अटैक नहीं किया है पर दो मंथ बाद इंडियन सीक्रेट एजेंसी को पता चला था कि वो अटैक पाकिस्तान आर्मी ने ही इंडिया पर किया था और इसलिए इंडिया ने पाकिस्तान सीएम से कहकर मुशर्रफ के साथ कारवाई करने को बोला था और इसी गुस्से में मुशर्रफ ने उसके तीन महीने बाद पाकिस्तान की सरकार को गिराकर मिलिट्री रूल एस्टेब्लिश कर दिया पर फिर भी विजय बर उनसे बात करके प्लान लैंड कराने के लिए बोलता है क्योंकि प्लान अगर लैंड नहीं होता तो फ्यूल खत्म होने के बाद वह क्रैश हो जाता है जिससे बहुत सारे लोगों की जान जा सकती थी पहले तो लाहौर एटीसी प्लान को लैंड करने से मना कर देती है और बाद में कुछ सोच के प्लेन लाहौर एयरपोर्ट पर लैंड हो जाता है जहां पर उसे रिफ्यूल किया जाता है और फिर वो लोग वहां से भी टेक ऑफ कर जाते हैं क्योंकि उनकी फाइनली मंजिल तो काबुल थे उधर मीडिया प्लान को अमृतसर नहीं रोकने का विलम कैप्टन सरण पर लगा रही होते है और य सुनकर उनकी बायफ और बच्चे बहुत डिस्टर्ब होते हैं मीडिया को तो बिना सिचुएशन जाने बस दूसरों पर ब्लेम करना ही आता है उधर जब सरन काबुल एयरपोर्ट अथॉरिटी से लैंडिंग की परमिशन मांगता है तो वो लोग नाइट में लैंडिंग के लिए मना कर देते हैं क्योंकि उनके पास नाइट लैंडिंग फैसिलिटी नहीं थी इसीलिए सरणन फ्लाइट को दुबई टेक ऑफ करने के लिए हाई जैकर से कहता है साथ ही फ्लाइट में एक बच्चे को बहुत तेज टॉयलेट आ रही होती है पर बर्गर उसे जाने से मना कर देता है और उसे स्लैप करके चुपचाप बैठने के लिए कहता है और उसी मजबूरी में वह कपड़ों में ही टॉयलेट कर ले देता है जिससे उसे बहुत शर्मिंदगी महसूस होती है अब दुबई में लैंडिंग होने के बाद हाईजैकर्स रिफ्यूल के लिए वहां की अथॉरिटी से कहते हैं पर वो लोग पहले फ्लैट से बच्चों और महिलाओं को रिलीज करने के बाद ही रिफ्यूल करने की डिमांड रखते हैं जिसे हाईजैकर्स को मारना पड़ता है और इस तरह बच्चों महिलाओं और घल्स को रिलीज कर दिया जाता है और इतने टाइम तक कोई मेडिकल ट्रीटमेंट नहीं मिलने की वजह से रूपेश की मौत हो जाती है इसीलिए बर्गर उसकी बॉडी को प्लेन से नीचे फेंक देता है और उसके बाद वो लोग उस फ्लैट को कंधार की तरफ ले जाते हैं जहां पर तालिबान की हुकूमत चल रही थी दरअसल 1996 में तालिबान के फाउंडर मुल्ला उमर ने अफगानिस्तान पर अपनी हुकूमत एस्टेब्लिश की थी उसका ड्रीम था कि सारे इस्लामिक कंट्रीज को एक साथ लेकर दुनिया पर राज किया जाए और उसके वायलेंट नेचर की वजह से मोस्टली कंट्रीज ने उसके साथ आने से मना कर दिया था जिसमें इंडिया ने भी अफगानिस्तान से अपना दूता बस बंद करके सारे रिश्ते तोड़ दिए थे अब 26 दिसंबर को आसी 814 फ्लैट को कंधार में लैंड कराया जाता है जहां पर हाईजैकर्स तालिबान आर्मी से को करके पैसेंजर्स के लिए खाना प्रोवाइड कराते हैं और सारे पैसेंजर्स को अपनी फैमिलीज के पास भेज दिया जाता है पर रूपेश के वापस नहीं आने की वजह से उसकी बाइब बहुत दुखी होती है और कुछ भी खाने पीने से मना कर देती है हालांकि उसे अभी तक नहीं बताया गया था कि रूपेस की मौत हो चुकी है उधर प्राइम मिनिस्टर हाईजैकर्स के साथ किसी भी तरह से नेगोशिएट करने से मना कर देते हैं जिससे चीफ बहुत गुस्से में आ जाता है और वह बोल देता है कि अगर उन्होंने उनकी डिमांड्स नहीं मानी तो वो इस फ्लैट को इंडियन संसद पर ही क्रैश कर दें दूसरी तरफ पैसेंजर्स की फैमिलीज का बुरा हाल हो रहा होता है उन्हें कोई भी खबर भी नहीं मिल पा रही थी वो लोग रोने के सिवाय और कुछ कर भी नहीं सकते थे किसी को नहीं पता था कि उनमें से कोई जिंदा वापस लौटेगा भी या नहीं उसके बाद चीफ कैप्टन से प्लान को टेक ऑफ करने के लिए कहता है जिसके लिए पहले प्लान को रिफ्यूल किया जाता है और रिफल होते टाइम कैप्टन चालाकी से टैंक को ओवरफ्लो करा के ब्लास्ट करा देता है जिसकी वजह से प्लेन अब उड़ पाना मुश्किल था इस पर अमजद उस पर बहुत गुस्सा करता है और उसे चोट भी पहुंचाता है उसके बाद विजय भान और बनय कॉल मिलकर डिसाइड करते हैं कि वहां से एक टीम कंधार जाएगी और हाईजैकर से नेगोशिएट करके पैसेंजर्स को सेफली वहां से निकालने की कोशिश करेगी उस टीम में मुकुल रंजन और डीआरएस को भेजा जाता है जिसमें उनकी तरफ से स्पोक पर्सन मुकुल को बनाया जाता है उधर फ्लैट में इंद्रनी रोते हुए अमजद से कहती है कि वो उसके घर पर कॉल करके सिर्फ इतना पता कर ले कि उसके फादर ठीक तो हैं और तब अमजद उन्हें फोन करके इंद्रनी को बता देता है कि वो ठीक है उधर राम उस बंदे को पकड़ लेता है जिसे अमजद ने रेड बैग दिया था और उसे टॉर्चर करने पर राम को पता चलता है कि उस रेड बैग में 17 किलो आरडीएक्स था जो कि इस टाइम पर फ्लाइट में मौजूद था और यह बात रंजन को बता दी जाती है जो कि अच्छी खबर नहीं थी इतने आरडीए से तो फ्लैट के परखच्चे भी उड़ सकते थे अब हमें फ्लैश बैक में कंदर की कहानी दिखाई जाती है दरअसल कंदर का नाम न्यूज़ में ओसामा बिन लादेन की वजह से आया था लादेन अमेरिका पर अटैक की प्लानिंग करके कन्नार में जाकर छुप गया था जहां पर मुल्ला उमर ने उसे शरण दी थी और इस शर्त पर कि वो अमेरिका पर दरा अटैक नहीं करेगा पर ओसामा ने शर्त को ज्यादा टाइम तक नहीं माना और वहां की आर्मी दो टुकड़ों में बट गई जिसमें एक तो तालिबान थी और दूसरी ओसामा लादेन की जो साथ भी थे और नहीं भी थे अब प्रजेंट सीन में डीआरएस तालिबान के फॉरेन मिनिस्टर मुत्ता आकिल से जाकर मिलता है और उन्हें वहां रहकर हाईजैकर से नेगोशिएट करने की परमिशन मांगता है जिसे वो दे देता है जहां पर फर्स्ट मुलाकात मुकुल और चीफ की कोई खास नहीं रहती है इसीलिए बाद में बात करने की वो बोल देते हैं अब वहां पर पाच दिन बीत चुके थे और अभी तक कोई भी बीच का रास्ता भी नहीं निकल पाया था साथ ही हाईजैकर्स ने अभी तक कोई डिमांड्स भी नहीं की थी पर इतने दिनों से फ्लैट में बंद पैसेंजर्स बहुत परेशान हो रहे थे वहां की टॉयलेट्स भी चौक हो चुकी थी जिनसे बहुत ही बुरी बदबू आ रही थी क्योंकि वो ओवरफ्लो हो रही थी और सिचुएशन को देखकर छाया खुद जाकर टॉयलेट क्लीन करने की हिम्मत करती है पर वहां की बदबू और सिचुएशन को देखकर वो ज्यादा देर तक वहां रुक नहीं पाती है और बाहर आकर वोमिटिंग करने लगती है और तब कैप्टन बर्गर से खुद टॉयलेट के चौक को नीचे बेसमेंट में जाकर सही करने के लिए बोलता है क्योंकि उसने ये सब ट्रेनिंग में सीखा था और इस तरह से वो टॉयलेट को बेसमेंट में जाकर सही कर देता है अब शाम को 4:00 बजे हाईजैकर्स अपनी डिमांड्स की एक लिस्ट उन्हें भेज देते हैं जिसमें उन्होंने 35 मुजाहिदीन की रिहाई जो कि इंडियन जेल्स में बंद थे सज्जाद की डेड बॉडी जिसे इंडियन आर्मी ने मारक दफना दिया था और 200 मिलियन डॉलर की डिमांड की थी सज्जाद इब्राहिम का भाई था और वो चाहते थे कि उसकी बॉडी को वो अपनी जमीन पर इज्जत के साथ दनाए अब कैप्टन के टॉयलेट सही करने की वजह से सारे पैसेंजर्स उन्हें रेस्पेक्ट में तालियां बजाते हैं और मुकुल चीफ से नेगोशिएशन में 35 को नहीं छोड़कर किसी दो-चार खास लोगों को छोड़ने के लिए कहता है पर चीफ अमजद के कहने पर इसके लिए मना कर देता है जबकि चीफ तो चाहता था कि वो सर्फ उसके भाई मसूद को छोड़ दे पर अमजद मसूद के साथ कुछ ऐसे लोगों को भी छड़वा चाहता था जो उसके लिए खास थे जिनके नाम अभी तक उसने मेंशन नहीं किए थे ताकि इंडियन गवर्नमेंट को पता नहीं लग जाए कि इसके पीछे मेन पर्सन कौन है दूसरी तरफ इंडियन गवर्नमेंट मसूद को छोड़ने का अप्रूवल दे दे देती है और उधर डीआरएस मुत्ता वाकिल से इस सिचुएशन से निकलने के लिए हेल्प मांगता है जिसमें व अपने कुछ ऑफिशियल से मीटिंग करके कोई सॉल्यूशन निकालने को बोल देता है पर मुकुल को उनकी बातों पर यकीन नहीं था इसीलिए वो चाहते थे कि तालिबान उनके ऑफिसर्स को प्लेन के अंदर एंटर करके ऑपरेशन करने दे और जब इस बारे में वो मुत्ता वाकिल से जाकर बात करते हैं तो वो गुस्सा हो जाता है क्योंकि व अपनी जमीन पर कोई भी खून खराबा नहीं देख सकता था और यहां पर हमें पता चलता है कि मुत्ता वाकिल मीटिंग में ओसामा बिन लादेन से मिलने गया था अब हाई जक को सा दिन बीत चुके थे बर्गर पैसेंजर्स के साथ अंताक्षरी खेल रहा होता है और डीआरएस मुकुल के बिहेवियर की वजह से मुत्ता बाकल से माफी मांगता है और उनसे हेल्प मांगता है जिसमें मीटिंग से लौटने के बाद मुत्ता बाकल चीफ से बात करता है और उनकी डिमांड्स में से साजिद की डेड बॉडी और 200 मिलियन डॉलर को हटा देता है साथ ही कामली मुकुल से बात करने के लिए कहता है जिस पर चीफ उनसे इस बार मसूद उमर और मुस्ताक को रिहा करने की डिमांड करता है जिसमें से मुस्ताक और उमर बहुत ही डेंजरस टेररिस्ट थे और वो इस टाइम पर कश्मीर के जेल में बंद थे और अमजद इन्हीं दोनों को रिहा कराने के लिए यहां पर आया था यह डील इंडियन गवर्नमेंट के लिए बहुत ही रिस्की और बड़ी डील थी पर फिर भी विजयभान अपने पैसेंजर्स की सेफ्टी के लिए इन तीनों को छोड़ने के लिए मान जाते हैं जबकि उन्हें पता था कि ये तीनों छूटने के बाद कई सारे अटैक और मासूम लोगों की जान ले सकते हैं पर इस टाइम की सिचुएशन को देखते हुए उन्हें अभी उन पैसेंजर्स की जान बचाना ज्यादा इंपोर्टेंट लगा और इस तरह से आठ दिन बाद हाईजैकर्स की डिमांड्स मानने के बाद सारे पैसेंजर्स को सेफली छोड़ दिया जाता है इस नेगोशिएशन में तालिबान का भी इंडिया के साथ अच्छा सपोर्ट रहता है पर इन लोगों के रिलीज होने के बाद कई सारे ब्लास्ट और टेररिस्ट अटैक होते हैं जिसमें हजारों लोगों की जान चली जाती है और यहीं पर इस सीरीज की भी एंडिंग हो जाती है तो दोस्तों आपको ये सीरीज कैसी लगी कमेंट करके जरूर बताना साथ ही चैनल को सब्सक्राइब करके वीडियो को लाइक कर देना ताकि आगे आने वाली सीरीज की एक्सप्लेनेशन आपको टाइम से मिल सके तो इसी के साथ मिलते हैं नेक्स्ट वीडियो में

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