Category: Howto & Style
तुम्हारे चलो शुक्र करू के जिससे चाहा था आज दिन मिल गया वे ख्वाबों की नवाजिशें हैं चाहतों की बारिशें हैं डूब चले हैं जिसमें मैं भी और तुम भी हल्की हल्की सी दीवानगी है हल्की हल्की मस्ती दोनों खुश है कि देखो अपनी आरजू का गुलशन खिल गया है सांसे रुकने लगी पलके झुकने लगी हो ना Read more