एक गरीब मुल्क में मौजूद यह महल आपको खूबसूरत लग रहा होगा और यकीनन आपको ऐसा लग रहा होगा कि यह किसी रईस फैमिली का घर है बाहर से तो यह खूबसूरत है मगर अंदर से यह दोजख से कम नहीं है एक गरीब मुल्क य कंडा में देखने वाला यह महल दद अमीन का है मगर इसके आगे जो मैं आपको बताने वाला हूं इसको जानकर आप सरप्राइज हो जाओगे क्योंकि यह जगह दद अमीन ने अपने रहने के लिए नहीं बल्कि लोगों के कैद के लिए बनाई थी और ऐसी कैद जिसके अंदर जुल्म की हर हदे पार हो दुनिया में जहां पर भी जालिम लीडर का जिक्र होता है तो यकीनन हमारे दिमाग में हिटलर और स्टालेन जैसे लोगों का ख्याल आता है मगर शायद दद अमीन की वनत का अंदाजा नहीं है और दद अमीन की वनत का यह महल आखिरी सबूत है जिसके अंदर आपको 3 लाख लोगों की खोपड़ यां और खून से रंगी हुई दीवारें और ऐसे औजार जिससे इंसान को तड़पा तड़पा कर मारा जाता है कहने कहने तो यह जगह दद अमीन ने हथियारों का सखरा करने के लिए बनाई थी मगर ऐसा नहीं नहीं है असल में यह जगह दद अमीन ने अपने मुखालिफ को कैद करने के लिए बनाई थी दोस्तों यह एक ऐसी कैद थी जिसके अंदर यह इंसानों को बुरी तरह से मारता पीटता और हर तरह से टॉर्चर करता या फिर उसको बिजली से इलेक्ट्रो फायर करवाकर मार देता था और एंड में उसे काटकर उसका मीट खाकर उसके साथ बातें करकर उसके साथ रात बिताता था इसके पागलपन और हेवान का अंदाजा आप इस बात से भी लगा सकते हैं कि इसने अपनी चौथी बेगम को तलाक देने के एक साल बाद धोखे से बुलाकर इसको प्रेगनेंसी की हालत में तड़पा तड़पा कर मारा एंड में इसने इसके हाथ पांव को काटकर हाथ को पांव की जगह सी डाला और पांव को हाथों की जगह के इतने जलमाना तरीके के बावजूद भी य कंडा के लोग इसको अपना पसंदीदा और बेहतरीन लीडर मानते थे और प्यार भी इन्हीं से ही करते थे 3 लाख लोगों का बेरहमी से कत्ल करने के बावजूद भी य कंडा के लोग आखिर इसको अपना मसीहा क्यों मानते थे [संगीत] तानाश के पिता 1925 और 1926 के दरमियान कोबोको नामी गांव में हुई और इसके वालिद का नाम एंड्रेस नाइबर था यह पहले क्रिश्चन था इस्लाम रिलीजन में कन्वर्ट होने के बाद इसने अपना नाम अमीन दादा रख दिया था और अमीन दादा का अमीन पहला बेटा था और अमीन की मोदर जड़ी बूटियों का काम करती थी और अमीन की मोदर ने अमीन के वालिद के बगैर ही ने अपने सारे बच्चों की परवरिश की अमीन ने एजुकेशन फोर क्लास तक की थी क्योंकि अमीन के घर के हालात बहुत ही खराब थे वह बहुत ही गरीब घराने से बिलोंग करता था और 1946 में अमीन ने बतानी फौज में एक रेजम किंग्स अफ्रीकान राइफल्स में शलत अख्तियार की जिसमें इन्होंने फौज में असिस्टेंट बावर्ची के तौर पर काम किया और बाद में इसने सोमालिया में अंग्रेजों के लिए और केनिया में माऊ माऊ आजादी पसंदो के खिलाफ जंग लड़ी माऊ माउ कीनिया यह ग्रुप था जो ब्रिटिश के के खिलाफ अपनी फ्रीडम के लिए लड़ रहा था अमी ने इन किन फ्रीडम फाइटर को बहुत ही बुरी तरीके से मारा और इनके ऊपर बहुत ही बुरी तरीके से जुल्म किया और कहीं लोगों को तो जमीन में जिंदा ही दफना दिया केनिया के अंदर बहुत ही जुल्मा तरीके से लोगों को मारने के बाद यह फेमस होने लगा असल में दद अमीन इंसानों को जानवरों की तरह देखते थे और उसके खून को जानवरों की खून की तरह देखते थे और इसका रीजन था येदी अमीन क्या कबीला के अदी अमीन की पैदाइश कोबोको नामी जगह पर हुई थी और वहां के लोग ने से बहुत ही मोहब्बत किया करते थे और इसका रन सेन का तरीका भी डिफरेंट था दद अमीन का कबीला इतना भयानक था कि दद अमीन के लोग जानवरों को बुरी तरह से काटकर उसका खून पिया करते थे और इसका कच्चा मीट खाया करते थे ऐसे माहौल में रहने की वजह से दद अमीन के अंदर भी हैवानियत आ चुकी थी इसी कारण वह इंसानों को भी जानवरों की तरह देखते थे और इंसानों का खून करने में उसे बहुत ही मजा आता थान की बतानी फौज की एक रेजीमेंट किंग्स अफ्रीकान राइफल में शलत के दौरान अमीन के उस वक्त युगांडा के सदर मिल्टन अबो से दोस्ती होती है और 1962 में युगांडा के ब्रिटिश से आजादी के बाद अखदार में आने वाले व पहले सदर थे और इसी सदार की ओहदे का फायदा उठाते हुए ोट और अमीन ने मिलकर कांगो से काफी सोना और हाथी के दांत इस मंगल करना शुरू किए वक्त गुजरने के साथ-साथ अबोटी ने अमीन पर कुर्सी हासिल करने का शक करना शुरू किया अब बोटे ने हुकम दिया कि इस वक्त अमीन को गिरफ्तार किया जाए एक मीटिंग में बेरने मुल्क से सिंगापुर में थे उस वक्त अबोटी के गैर मौजूदगी में दौरान अमीन ने एक फौजी बगावत की और अबोटी का तख्ता उलट करर खुद को 1971 में यक के नए सदर के तौर पर अदार में आए और अमीन का सदार दी ओहदा संभालने के बाद उसका सबसे पहला विजन था स्यासी गेदियां की रिहाई ताकि इस रिहाई के बदले वो लोगों में शमू हासिल कर सके अमीन उन लोगों को निशाना बनाते हैं जिन्होंने अबोटी की हिमायत और उनका साथ दिया था खास तौर पर समाली युगांडा के अचोली और लोंगो लोग जो अमीन को युक के गजाब के नाम से जानते थे आखिरकार इसने अपनी आठ साला हुकूमत के दौरान 3 लाख शहरिया को कत्ल किया और 1972 में अमीन अपने मुल्क युगांडा से एशियाई और यूरोपियन लोगों को अपने मुल्क से निकलने का हुकुम देते हैं जिसमें इसने खास तौर पर हिंदुस्तानी और पाकिस्तानियों को निशाना बनाया अमीन मुसलमान होने के नाते 1976 में फलस्तीनी फ्रीडम फाइटर की मदद करने के दौरान मशहूर हुआ तब इन्होंने इजराइल से एयर फ्रांस की परवाज को हाईजैक किया और युक के मरकज हवाई अडे एनटी बी पर उतारा ममी ने फलस्तीनी गुरो को मदद और हथियारों की पेशकश की जबकि 104 यर गवाली एक हफ्ते तक कैद में भी रहे अला आखिर इसराइली फौज एक खुसूसी टास्क फोर्स ने यर गवालियर थंडर बोल्ट के नाम से जानते हैं इजराइली जहाज के हाईजैक के बाद अमीन को हवाई अड्डे के बहुत से कारखानों के कत्ल से जोड़ा गया क्योंकि केन्या के बाशिंदों पर इजराइली स्पेशल फोर्स की मदद करने का शोभा था मगर अमीन के अकॉर्डिंग इस पर लगाया गया इल्जाम बेबुनियाद था क्योंकि अमीन के मुताबिक एक बतानी यहूदी ही इस मिशन में जख्मी हुआ था यहां तक कि अमीन ने 1978 में तंजानिया पर हमला करने के लिए अपनी फौज की कयादत की मगर यहां पर अमीन के साथ कुछ उल्टा हुआ तंजानिया के सदर ने जंग के दौरान अमीन को तंजानिया से पीछे धकेल दिया और 1979 में युगन के दरल हुकूमत कंबोला का कंट्रोल अपने हाथों में संभाला और इस जंग के हारने के बाद अमीन लिबिया भाग गया और वहां से फिर सीधा सऊदिया आ पहुंचा और अमी ने सऊदी अरब के अंदर अपना वक्त टीवी देखने किताबें पढ़ने और मछलियां पकड़ने में गुजारा और आखिरकार अगस्त 2003 में ऐजा की नाकामी की वजह से इसकी मौत हो गई दोस्तों बाकी आप दद अमीन के बारे में क्या राय रखते हो यह हमें कमेंट सेक्शन में जरूर बताना कुछ लोगों के लिए दद अमीन एक बहुत ही अच्छा इंसान था तो कहीं लोग ऐसे भी थे जो दद अमीन को बहुत ही जालिम तानाशाह मानते थे दोस्तों वीडियो पसंद आए तो लाइक सब्सक्राइब और शेयर जरूर करना और कमेंट सेक्शन अपनी रा जरूर करना ओके अल्फ जकला