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दोस्तों amazon-in कंपनियां हमारे जीवन में कितना प्रभाव रखती हैं इसका आकलन तो आज आपको हो ही गया होगा जी हां आज मैं बात करने जा रहा हूं आज का बहुचर्चित टॉपिक जो कि माइक्रोसॉफ्ट आउटरेजेस है तम देशों में विश्व के बड़े-बड़े देशों में इस समय माइक्रोसॉफ्ट आउटरेज को जो है महसूस किया जा रहा है डिस्कस किया जा रहा है लोगों के काम बंद पड़े हैं इमरजेंसी सेवाएं बंद पड़ी हैं और तमाम तरह की दिक्कतों का लोगों को सामना करना पड़ रहा है बहुत सारे लोग जो हैं वो माइक्रोसॉफ्ट आउटरेज को रशिया और चाइना से जोड़कर देख रहे हैं तो वहीं कुछ लोगों का यह भी मानना है कि ये एक बहुत बड़ा साइबर अटैक है जो कि माइक्रोसॉफ्ट के सर्वर्स पर किया गया है तो सच्चाई क्या है इस पर डिस्कस करेंगे और वहीं दूसरा मामला हम डिस्कस करने वाले हैं यह भी सर्वर को हैक करके ठगी करने से जुड़ा हुआ है पिछले हफ्ते की खबर थी कि एक बैंक जो है उसको साइबर अपराधियों ने निशाना बनाया और सर्वर हैक करके उस बैंक को ₹1 करोड़ से अधिक की चपत लगा दी तो चलिए इसको विस्तार से समझते हैं मेरा नाम है अजय और आप देख रहे हैं एजे टॉक्स तो दरअसल आज हुआ क्या सुबह उठते ही भारतीयों ने एक ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ देखी यानी कि जो भी लोग माइक्रोसॉफ्ट 365 यानी कि माइक्रोसॉफ्ट से संबंधित सॉफ्टवेयर या फिर सॉफ्टवेयर सर्विसेस का इस्तेमाल कर रहे थे उनको ब्लू स्क्रीन ऑफ डेथ का सामना करना पड़ा बीएस ओडी का सामना करना पड़ा आसान शब्दों में कहूं तो उनकी स्क्रीन जो है वो ब्लू हो गई या फिर कुछ लोगों के सिस्टम जो है वो रीस्टार्ट होने शुरू हो गए तो इस तरह की परेशानियों का सामना सभी लोगों ने किया और इसका परिणाम ये निकला कि भारत में तमाम सारी चाहे वो एविएशन इंडस्ट्री हो चाहे बैंकिंग इंडस्ट्री हो हॉस्पिटाल इंडस्ट्री हो और तमाम सारी इमरजेंसी सेवाओं को जो है बहुत ज्यादा प्रभावित किया किसने माइक्रोसॉफ्ट के इस आउटरेज ने यानी कि एक बग आया जिसकी वजह से सिस्टम ही नहीं खुल रहे हैं सिस्टम नहीं खुल रहे हैं तो आप कुछ कर नहीं सकते आप एयरपोर्ट पर जाइए तमाम एयरलाइंस जैसे कि इंडिगो हुई एयर अकासा एयर इंडिया एक्सप्रेस या फिर स्पाइस जट जैसे तमाम सारी एयरलाइंस को इस तरह का नुकसान झेलना पड़ा कारण यह था कि यात्री तो पहुंच रहे थे लेकिन जब वो सिस्टम में अपना टिकट चेक करने जा रहे हैं तो सिस्टम ही नहीं चल रहा है क्योंकि जैसा कि मैंने बताया माइक्रोसॉफ्ट 365 के जितने भी प्रोडक्ट्स हैं या फिर उनके सॉफ्टवेयर ए सर्विसेस वो सारे ठप पड़े हुए थे और इसकी वजह क्या थी इसकी वजह थी एक अपडेट ऐसा कंपनी का कहना है हालांकि एक्स पर बहुत सारे लोग अपनी-अपनी राय दे रहे हैं और कुछ लोगों का यह भी कहना है कि यह एक अब तक की सबसे बड़ी जो है साइबर अटैक भी हो सकता है हालांकि कंपनी ने सिरे से इसको अभी तक नकार दिया है तो समझते हैं कि वजह क्या रही क्यों इस तरह से जो है लोगों को फेस करना पड़ रहा है प्रॉब्लम आ रही है तो इसकी वजह जो है वह क्राउड स्ट्राइक के एक बहुत बड़े अपडेट को माना जा रहा है अब आप पूछेंगे क्राउड स्ट्राइक क्या है दरअसल क्राउड स्ट्राइक एक ऐसी कंपनी है जो कि साइबर सिक्योरिटी सर्विसेस प्रोवाइड करती है यानी कि जितने भी प्लेटफार्म है उनको सिक्योर करने के लिए माइक्रोसॉफ्ट के जो भी प्रोडक्ट्स हैं उनको सिक्योर करने के लिए तो एक कंपनी है वह सर्विस प्रोवाइड करती है और उसके माइक्रोसॉफ्ट ही नहीं माइक्रोसॉफ्ट समेत तमाम अन्य जो क्लाइंट भी हैं और सभी को वो प्रॉब्लम आई है प्रॉब्लम क्यों आई क्योंकि क्राउड स्ट्राइक ने जो है एक लेटेस्ट अपडेट जो कि काफी बड़ा अपडेट माना जा रहा था वो रोल आउट किया और उसके बाद क्या हुआ उसके बाद यह हुआ कि सारे के सारे सिस्टम ठप पड़ गए और रोजमर्रा जिंदगी में हम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है हालांकि हर जगह ऐसा होता है जब भी आप कोई बड़े अपडेट को रोल आउट करते हैं रिलीज करते हैं उसके पहले तमाम सारे टेस्ट किए जाते हैं बीटा टेस्टिंग होती है और भी जो है इंटरनल ड्राई रन किया जाता है लेकिन यहां पता नहीं कैसी चूक हुई जिसकी वजह से जो रियल टाइम सर्वर है वहां पर जाकर के इस अपडेट को लॉन्च कर दिया गया जिसकी वजह से पूरा का पूरा बं सर्च हो ये जितने भी एसोसिएटेड प्रोडक्ट हैं या जो भी उसमें होगा ही जिसका कि आकलन आने वाले समय में किया जा सकता है अब क्राउड स्ट्राइक के जो सीईओ हैं उनका कहना है उन्होंने एक्स प्लेटफॉर्म पे कहा है कि वो इस सर्विस पे काम कर रहे हैं हो सकता है कि इस वीडियो के आने तक सर्विसेस को ठीक भी कर लिया जाए और यह सिर्फ सिस्टम में नहीं मोबाइल ऐप हो या किसी भी तरह का जो है डिवाइस हो जहां पर किसी भी तरह के आउटरेजेस का सामना नहीं करना पड़ा है और कंपनी का भी यह कहना है कि यह एक साइबर अटैक नहीं है यह पूरी तरह से एक अपडेट की वजह से हुआ है जिसको कि ठीक करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं अब बढ़ते हैं दूसरी खबर की तरफ दूसरी खबर तो साइबर क्राइम से जुड़ी हुई है दरअसल यहां पर क्या हुआ जो साइबर अपराधी हैं उन्होंने एक बैंक के सर्वर को हैक कर लिया और हैक करके आराम आराम से 89 ट्रांजैक्शंस में 16 करोड़ से अधिक की राशि बैंक के खाते से गायब कर दी हग की जो वारदात है वह नोएडा के सेक्टर 62 के नैनीताल के बैंक के साथ हुई 22 बैंक के 50 खातों में 89 ट्रांजैक्शंस में 16 करोड़ से अधिक की राशि आरटीजीएस कर ली गई और बैंक को भनक ही नहीं पड़ी जब भनक पड़ी तब तक जो है सारा पैसा साफ कर दिया गया था यानी कि वह 50 खाते किसके हैं कहां हैं उनको फ्रीज करने की कोशिश की जा रही है साइबर क्राइम के द्वारा इस पूरे मामले की जांच की जा रही है अभी तक कोई अपडेट नहीं है हालांकि ऐसा शक जताया जा रहा है कि नाइजीरियन ग्रुप है एक जो कि इस तरह के साइबर अटैक्स करता आया है और उन्हीं पर ये शक जा रहा है कि हो सकता है कि नाइजीरियन ग्रुप्स ने ही इस तरह का साइबर अटैक करके ये पैसे जो हैं गायब किए हैं क्योंकि एक और मामला पिछले साल आया था जो कि मई 2023 में आया था दिल्ली का वो मामला था वहां पर भी एक बैंक थी जो कि कांगड़ा कोऑपरेटिव बैंक जिसके साथ भी 7.79 करोड़ की ठगी ठीक इसी मॉड ऑपरेंडी के तहत कर ली गई थी उसका भी बैंक सर्वर हैक करके आरबीआई के खाते यानी कि जो बैंक है कांगड़ कोऑपरेटिव बैंक है उसके और आरबीआई के बीच में एक जॉइंट खाता है जिसका इस्तेमाल एनएससीएच या जो चेक क्लीयरिंग के लिए या आरटीजीएस के ट्रांजैक्शन के लिए किया जाता है उस खाते से तीन बार के ट्रांजैक्शन में तीन अलग-अलग दिनों में 7.79 करोड़ जो है वो निकाल लिए गए और अभी तक मेरी खबर के हिसाब से मेरी सर्च के हिसाब से अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका मतलब ये पता ही नहीं चल सका कि वो पैसे गए कहां मतलब 50 खातों में पैसे निकले हैं अभी तो तफ्तीश चल रही है हालांकि ये नया मामला है लेकिन पैसे गए कहां उसकी रिकवरी कैसे होगी क्या होगा इस बारे में कुछ पता नहीं चल रहा है तो यहां पर आप लोगों के लिए भी सीख है कि बहुत ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है ओटीपी से ओटीपी नहीं देना कोई फर्जी लिंक आती है उस परे क्लिक नहीं करना या कोई फर्जी सॉफ्टवेयर कोई मदद के नाम से या कोई आप जब भी किसी को कॉल करते हैं कस्टमर केयर पे वो आपसे कहते हैं कि ये एक मैं ऐप भेज रहा हूं उसको इंस्टॉल कर लीजिए उस तरह के किसी ऐप को इंस्टॉल करने की जरूरत नहीं है और भी तमाम सारे आजकल भावनात्मक तौर पर भी लोगों को कॉल करके अलग-अलग तरह की कहानी बताई जाती है कहीं डराया जाता है कि आपके बच्चे को ऐसा कर दिया गया कहीं ऐसा भी होता है कि आपको पोन के बारे में बताया जाता है कि भैया तुम तो पोन देखते हो तो तुमको इतने पैसे देने पड़ेंगे तो ठगी के जो अलग-अलग तरीके हैं अलग-अलग पतरे हैं इस समय साइबर अपराधी अपनी चरम सीमा पर हैं हर तरीका इस्तेमाल किया जा रहा है करोड़ों रुपए की राशि जो है लोग अपने खातों से खुद निकाल करके दे जाते हैं कहीं डर के मारे कहीं लालच के मारे तो कहीं कन्वेंस हो कर के उनको लगता है कि यार वाकई में कुछ ऐसा हो रहा है एक अलग वर्चुअल दुनिया बना दी जाती है तो भैया बच के रहो जानकारी ही बचाव है जितना ज्यादा आप जागरूक होंगे और दूसरों को जागरूक करेंगे उतना ज्यादा ही संभावनाएं हैं कि आप साइबर ठगी का शिकार होने से बच सके तो आज के वीडियो में सिर्फ इतना ही है फिर मिलेंगे किसी और वीडियो में वीडियो अच्छी लगी हो तो लाइक कर दीजिएगा चैनल पर नए हो तो सब्सक्राइब कर लीजिएगा और हां अगर आप चाहे तो आप अपने दोस्त और रिश्तेदारों तक इस वीडियो को पहुंचा करके उन्हें भी अवेयर कर सकते हैं इस तरह की आपराधिक गतिविधियों से